
उल्हासनगर, महाराष्ट्र: उल्हासनगर परिसर में एम्बुलेंस की लापरवाही की एक बड़ी घटना सामने आई है. एक बीमार बुजुर्ग महिला को ले जाने के लिए एम्बुलेंस को दोपहर 3 बजे फ़ोन किया गया, लेकिन एम्बुलेंस शाम 7 बजे पहुंची. जिसके कारण महिला की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक़ शनिवार को उल्हासनगर के एक सरकारी हॉस्पिटल में एडमिट महिला मरीज के परिजनों ने 108 एम्बुलेंस को फ़ोन लगाया था.
पब्बी थापा नाम की 70 वर्षीय महिला के लिए दोपहर 3 बजे 108 नंबर पर कॉल किया, लेकिन एम्बुलेंस शाम 7 बजे पहुंचने के कारण महिला मरीज की मौत हो गई. इस घटना के कारण लोगों ने एम्बुलेंस चालक और लापरवाही पर जमकर नाराजगी जताई है.ये भी पढ़े:VIDEO: मध्य प्रदेश का बदहाल हेल्थ सिस्टम! हॉस्पिटल ले जाने के लिए नहीं आई एम्बुलेंस, गर्भवती महिला ने ठेले पर दिया बच्चे को जन्म, नवजात ने तोड़ा दम
कई बार हो चुकी है ऐसी घटनाएं
इस बुजुर्ग महिला की मौत से पहले भी एम्बुलेंस लापरवाही के कई मामले सामने आएं है. बताया जा रहा है कि कुछ सिंधी युवकों ने एक सात साल के आदिवासी परिसर के आकाश सचिन भोसले इसे हॉस्पिटल में एडमिट करवाया था. जब लड़के का निमोनिया का इलाज किया जा रहा था, तब उसकी तबीयत खराब हो गई और डॉक्टरों ने उसे कलवा के छत्रपति शिवाजी महाराज हॉस्पिटल ले जाने के लिए कहा. लेकिन उस दौरान भी एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुंची.
कई बार परिजनों को एम्बुलेंस के कारण होती है परेशानी
जानकारी के मुताबिक़ 108 एम्बुलेंस में डॉक्टर्स हर बार मरीजों के रिश्तेदारों से दुसरे हॉस्पिटल में बेड बुक करने के लिए कहते हैं. चूंकि मरीज के रिश्तेदारों के पास बेड बुक करने के लिए कोई नंबर नहीं होता और सरकारी हॉस्पिटल के डॉक्टर्स को नंबर्स की जानकारी नहीं होती , जिसके कारण भी मरीजों की मौत हो रही है.राज्य सरकार द्वारा गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए शुरू की गई ये 108 एम्बुलेंस सेवाएं अब एम्बुलेंस में मौजूद कर्मचारियों के कारण परेशानी का सबब बन चुकी है.