दिल्ली के बाद पंजाब में सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी अब बाकी राज्यों में अपनी मजबूती के लिए जुट गई है. खासतौर पर पार्टी की नजर अब उन राज्यों पर है जहां जल्द ही चुनाव होने वाले हैं. इनमें गुजरात, हिमाचल और राजस्थान हैं. इन राज्यों में इस साल के अंत में या अगले साल चुनाव होने हैं. आम आदमी पार्टी ने 9 राज्यों में AAP ने संगठन मजबूत करना शुरू कर दिया है. अब 9 राज्यों में लोगों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है. पंजाब में प्रचंड जीत से AAP में भरा जोश, अब राजस्थान में कांग्रेस-बीजेपी को टक्कर देने की तैयारी.
आम आदमी पार्टी ने देश के 9 राज्यों असम, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, केरल, पंजाब, राजस्थान और तेलंगाना के प्रभारियों की लिस्ट जारी की है. पार्टी ने गुजरात की जिम्मेदारी संदीप पाठक को दी गई है. उनको पार्टी पंजाब से राज्यसभा भी भेज रही है.
हिमाचल और राजस्थान में भी पार्टी पूरी ताकत झोंक रही है. पटियाला से विधायक गुलाब सिंह को इलेक्शन इंचार्ज बनाया गया है. हिमाचल प्रदेश के लिए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को इलेक्शन इंचार्ज बनाया गया है, जबकि दुर्गेश पाठक को प्रभारी बनाया गया है. दुर्गेश पाठक को इससे पहले पार्टी ने गोवा चुनाव की कमान भी सौंप रखी थी.
यहां देखें पूरी लिस्ट
We are all set to increase our footprint throughout India! 🇮🇳
And to achieve that, we are announcing new Office Bearers for 9 states -
▪️Gujarat
▪️Himachal Pradesh
▪️Haryana
▪️Chhattisgarh
▪️Assam
▪️Rajasthan
▪️Telangana
▪️Kerala
▪️Punjab pic.twitter.com/V7T3seENHq
— AAP (@AamAadmiParty) March 21, 2022
छत्तीसगढ़ में पार्टी ने दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय को प्रभारी बनाया है. वहीं बुराड़ी से विधायक संजीव झा को भी छत्तीसगढ़ में प्रभारी नियुक्त किया. संतोष श्रीवास्तव को संगठन मंत्री बनाया गया. पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज को हरियाणा में चुनाव प्रभारी बनाया गया तो पार्टी के सांसद सुशील गुप्ता को हरियाणा का प्रभारी नियुक्त किया गया है.
आम आदमी पार्टी इस कार्यक्रम जरिए विधानसभा चुनाव अभियान की औपचारिक शुरुआत कर चुकी है. जिन राज्यों में चुनाव होने हैं वहां पार्टी बेहद सक्रिय नजर आ रही है. राजस्थान, गुजरात और हिमाचल पर पार्टी अधिक फोकस कर रही है. आम आदमी पार्टी दो राज्यों दिल्ली और पंजाब में भी कांग्रेस को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा चुकी है. पार्टी अबी कांग्रेस और बीजेपी का विकल्प बनने की कोशिश कर रही है.