Confirmed: रात 8 बजे देश को संबोधित करेंगे पीएम मोदी, आर्टिकल-370 पर कहेंगे अपने मन की बात ?
पीएम मोदी (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) गुरुवार को देश को संबोधित करने वाले हैं. टेलीविजन पर होने वाले इस विशेष प्रसारण में पीएम जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) में खत्म की गई धारा 370 (Article 370) पर बोल सकते है. पीएम मोदी का यह राष्ट्र के नाम संबोधन रात 8 बजे होने वाला है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी अपने संबोधन में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने और इसे दो केंद्र शासित क्षेत्रों में तब्दील करने के फैसले पर बात करेंगे. मंगलवार को संसद ने संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म करते हुए जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म कर दिया. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो अलग-अलग केंद्र शासित क्षेत्र बनाने वाला विधेयक भी पारित हो गया.

प्रधानमंत्री मोदी ने अंतिम बार देश को लोकसभा चुनाव से पहले 27 मार्च को सैटेलाइट रोधी मिसाइल द्वारा एक जीवित सैटेलाइट को मार गिराने की क्षमता की घोषणा करते हुए राष्ट्र को संबोधित किया था. ऑल इंडिया रेडियो ने एक ट्वीट कर पहले कहा कि पीएम मोदी का संबोधन शाम 4 बजे आएगा लेकिन थोड़ी ही देर बाद यह ट्वीट हटा दिया गया.

यह भी पढ़े- सबसे बड़ी जीत: धारा-370 हटने के बाद से कश्मीर में नहीं हुई कोई हिंसा, सचिवालय पर गर्व से लहराया देश का तिरंगा

गौरतलब हो कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जम्मू एवं कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के धारा 370 के प्रावधानों को खत्म करने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है. इस के कारण जम्मू एवं कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त था. अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए संयुक्त रूप से स्पष्ट करते थे कि राज्य के निवासी भारत के अन्य राज्यों के नागरिकों से अलग कानून में रहते हैं. साथ ही देश के अन्य राज्यों के नागरिकों के जम्मू एवं कश्मीर में संपत्ति खरीदने पर प्रतिबंध था.

मोदी सरकार द्वारा सोमवार को धारा 370 को खत्म करने का प्रस्ताव राज्यसभा में पेश किया गया था. जिसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ और अंत में पारित हो गया. इसके बाद लोकसभा में भी इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई. जिसके बाद संसद ने संविधान के धारा 370 के ज्यादातर प्रावधान खत्म हो गए और इसके साथ जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जा भी खत्म हो गया. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया.