Jasprit Bumrah Milestone: इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में इतिहास रच सकते हैं जसप्रीत बुमराह, सिर्फ 2 पांच विकेट हॉल लेते ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में कर देंगे कमाल
Jasprit Bumrah (Photo: X)

England National Cricket Team vs India National Cricket Team: इंग्लैंड राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज से पहले भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने 20 जून(शनिवार) से शुरू होगा. भारतीय क्रिकेट में एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है, क्योंकि टीम इंडिया अब विराट कोहली और रोहित शर्मा के बिना इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने जा रही है. इस सीरीज की शुरुआत भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए बेहद अहम मानी जा रही है. नए कप्तान शुभमन गिल की अगुवाई में टीम इंग्लैंड में 2007 के बाद पहली टेस्ट सीरीज जीत दर्ज करने की कोशिश करेगी. हालांकि टीम अनुभव की कमी से जूझ रही है, लेकिन तेज गेंदबाजी विभाग में जसप्रीत बुमराह की मौजूदगी भारत की सबसे बड़ी ताकत हैइंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले शुभमन गिल के नेतृत्व में टीम इंडिया ने बहाया पसीना, देखें प्रैक्टिस सेशन का वायरल वीडियो

बुमराह इस सीरीज में हर मैच नहीं खेलेंगे, लेकिन उन्हें रणनीतिक रूप से मैदान में उतारा जाएगा ताकि चोट से बचा जा सके और वह पूरी तरह फिट रहें. यह फैसला काफी समझदारी भरा है क्योंकि जब बुमराह तरोताजा रहते हैं, तो उनका स्पेल विपक्षी टीम के लिए कहर बन जाता है. अगर बुमराह तीन मैचों में भी असरदार प्रदर्शन कर लेते हैं और भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाते हैं, तो यह उनकी उपलब्धियों में एक और सुनहरा पन्ना जोड़ देगा.

जसप्रीत बुमराह इस टेस्ट सीरीज में इतिहास रचने के बेहद करीब हैं. बुमराह अब तक वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में 35 टेस्ट मैचों में 156 विकेट ले चुके हैं और वह भारत के टॉप विकेट-टेकर हैं. खास बात ये है कि बुमराह के नाम WTC में अब तक 10 पांच विकेट हॉल दर्ज हैं, जो किसी भी तेज़ गेंदबाज़ के लिए सबसे ज्यादा है. वह सिर्फ एक खिलाड़ी – रविचंद्रन अश्विन (11) – से पीछे हैं. अगर बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ दो और बार पांच विकेट लेने में सफल होते हैं, तो वह WTC के इतिहास में 12 पांच विकेट हॉल लेने वाले पहले गेंदबाज़ बन जाएंगे. यह रिकॉर्ड उन्हें एक अलग ही ऊंचाई पर पहुंचा देगा.

दूसरी ओर, मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी में भारत को मोहम्मद सिराज से बड़ी उम्मीदें होंगी. सिराज को न केवल बुमराह का साथ देना होगा, बल्कि दबाव की स्थिति में विकेट भी निकालने होंगे. हालांकि टीम में प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप जैसे तेज़ गेंदबाज़ शामिल हैं, लेकिन दोनों के पास इंग्लिश परिस्थितियों का अनुभव नहीं है. ऐसे में सिराज की लय में वापसी भारत की जीत में निर्णायक भूमिका निभा सकती है. कुल मिलाकर, अगर बुमराह और सिराज अपनी भूमिका निभा पाते हैं, तो भारत इंग्लैंड में इतिहास रचने से ज्यादा दूर नहीं होगा.