तो क्या इस वजह से LOC पार कर पाकिस्तान पहुंचा था हैदराबाद का इंजीनियर प्रशांत वैंदम ?
बॉर्डर (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) में अवैध तरीके से घुसने के आरोप में गिरफ्तार हैदराबाद (Hyderabad) का सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत वैंदम (Prashant Vaindam) कोई जासूस नहीं बल्कि घुमक्कड़ है. यह बात 31 महीने से गायब भारतीय इंजीनियर के पिता बाबूराव (Baburao) वैंदम ने कही है. अपने बेटे पर लगे जासूसी के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि मेरा बेटा जासूस नहीं है. वह एक साफ़ दिल का इंसान है. वह कभी कोई कानून विरोधी काम नहीं कर सकता है. उसे घूमना बहुत पसंद है. हम हैरान है कि वह पाकिस्तान कैसे पहुंच गया.

पाकिस्तान मीडिया ने कुछ दिन पहले ही बिना वैध दस्तावेजों के मामले में दो भारतीयों के गिरफ्तार होने की खबर चलाई थी. इसमें से एक प्रशांत वैंदम था जबकि दूसरा मध्य प्रदेश का निवासी दारीलाल है. पाक मीडिया ने सोमवार को जानकारी दी थी कि दोनों को यजमन पुलिस ने पंजाब के बहावलपुर जिले के समीप स्थित एक रेगिस्तान में 14 नवंबर को गिरफ्तार किया था. ये दोनों कथित रूप से वैध दस्तावेजों के बिना राजस्थान के रास्ते पाकिस्तान में घुसे थे. दोनों अभी संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) के कस्टडी में है. पाकिस्तान: चोलिस्तान में अवैध रूप से देश में प्रवेश करने के लिए दो भारतीय गिरफ्तार

प्रशांत वैंदम के परिवार का कहना है कि वह पिछले दो साल से लापता था. जिसकी शिकायत भी स्थानीय पुलिस में दर्ज करवाई गई थी. बाबूराव ने बताया कि उनका 31 वर्षीय बेटा प्यार में विफल होने के चलते डिप्रेशन में था. उसके गायब होने के बाद अप्रैल 2017 को मधपुर पुलिस थाने में उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. वह शहर की एक आईटी कंपनी में काम करता था. इससे पहले वह बेंगलुरु में काम कर रहा था. वहां उसे मध्य प्रदेश से ताल्लुक रखने वाली एक लड़की से प्यार हो गया था. जिससे वह शादी करना चाहता था. लेकिन वह बाद में स्विट्जरलैंड चली गई. जिसकी वजह से प्रशांत डिप्रेशन में चले गया. हालांकि थोड़े समय बाद वह सही हो गया.

प्रशांत के पिता ने शक जताया है कि उनका बेटा शायद उसी लड़की से मिलने के लिए पैदल ही स्विट्जरलैंड जाना चाहता था. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हैदराबाद पुलिस ने भी पिता के शक को नाकारा नहीं है. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर पाकिस्तान की सीमा में वह पहुंचा कैसे. कहा जा रहा है कि प्रशांत की योजना पाकिस्तान, इरान और तुर्की के रास्ते होते हुए यूरोप में दाखिल होने की हो सकती है. हालांकि इस बात की कोई पुष्टी नहीं हो सकी है.

अपने माता-पिता को भेजा गया प्रशांत का एक वीडियो संदेश सोमवार देर रात वायरल हो गया. तेलुगू में वह अपने माता-पिता से कह रहा है कि उसे एक महीने के अंदर जेल से रिहा होने की उम्मीद है. हालांकि इस बात का भी पता नहीं चल सका है कि प्रशांत दारीलाल के संपर्क में कैसे आया.

आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से ताल्लुक रखने वाले बाबूराव का परिवार पिछले छह सालों से हैदराबाद में हैं. उनकी अपील पर तेलंगाना सरकार ने यह मामला केंद्र के समक्ष भी उठाया है. साथ ही पिता ने अपने प्रशांत की रिहाई के लिए पाकिस्तान दूतावास से औपचारिक अनुरोध भी किया है.