
मुंबई मेट्रो लाइन 3 के अंतर्गत स्थित शितलादेवी मेट्रो स्टेशन, तकनीकी कौशल का उत्कृष्ट उदाहरण है. यह स्टेशन घनी आबादी वाले क्षेत्र में, पुराने भवनों के निकट और विशाल जल पाइपलाइनों के आसपास निर्मित किया गया है, जिससे इसके निर्माण में अनेक चुनौतियां सामने आईं.
शितलादेवी स्टेशन का निर्माण न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (NATM) का उपयोग करके किया गया, जो कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में सुरंग निर्माण के लिए उपयुक्त तकनीक है. इस पद्धति के माध्यम से, स्टेशन को आसपास की संरचनाओं की स्थिरता बनाए रखते हुए सुरक्षित रूप से निर्मित किया गया. निर्माण के दौरान, आसपास की इमारतों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान दिया गया. शितलादेवी स्टेशन में यात्रियों की सुविधा के लिए छह प्रवेश/निकास द्वार हैं.
Mumbai Metro Line 3 Update: बीकेसी से वर्ली के बीच जल्द शुरू होगी मेट्रो, यहां देखें अनुमानित तारीख.
देखें शीतलादेवी मेट्रो स्टेशन की तस्वीरें
Presenting the first glimpse of the #Shitladevi metro station, where engineering met endurance. Built inches from old buildings, around massive water pipelines, and amidst varied challenges, this station stands as a testament to persistence and precision. #MumbaiUnderground… pic.twitter.com/zcPZ3sOFz2
— MumbaiMetro3 (@MumbaiMetro3) April 10, 2025
जल्द शुरू होगा BKC से वर्ली तक सफर
वर्ली से BKC या आरे तक रोजाना सफर करने वाले यात्रियों को जल्द ही बड़ी राहत मिलने वाली है. मेट्रो-3 कॉरिडोर के दूसरे फेज के मार्ग का सोमवार से मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (CMRS) से संबंधित जांच का काम शुरू कर दिया गया है. अप्रैल के तीसरे या चौथे सप्ताह में मेट्रो-3 कॉरिडोर का 9.6 किमी का रूट आम यात्रियों के लिए खुल जाएगा.
मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (MMRCL) ने अपनी जांच में मेट्रो के 9.6 किमी के मार्ग में लगे सभी उपकरण को ठीक तरीके के काम करते पाया.