Mukesh Ambani News: भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज़ (RIL) ने 2023-24 के वित्तीय वर्ष के लिए अपने वार्षिक रिपोर्ट में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है. कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने शेयरधारकों को बताया कि रिलायंस अब अगले स्तर की वृद्धि के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, "हमने अपने बैलेंस शीट को मजबूत किया है और अब हम अगले विकास के स्तर पर पहुंचने के लिए तैयार हैं."
विकास की नई दिशा
रिलायंस (Reliance) पहले मुख्य रूप से पेट्रोलियम और फॉसिल ईंधन पर निर्भर थी. अब वह खुद को नए क्षेत्रों में विविधित कर रही है. कंपनी अब **साफ ऊर्जा, दूरसंचार, खुदरा और मीडिया** जैसे क्षेत्रों में विस्तार कर रही है. अंबानी ने निवेशकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि कंपनी ने अपने व्यवसाय पोर्टफोलियो को कई नए अवसरों से विस्तार किया है, जो आने वाले समय में कंपनी की वृद्धि को और बढ़ावा देंगे.
वैश्विक आर्थिक परिदृश्य
अंबानी ने वैश्विक आर्थिक परिदृश्य की अस्थिरता को स्वीकार किया, लेकिन उन्होंने बताया कि रिलायंस की रणनीतिक गहराई और कुशल टीमों ने कंपनी को इन बाधाओं से निपटने में मदद की है. उन्होंने कहा, "हमारी मजबूत बैलेंस शीट हमारी व्यावसायिक और वित्तीय प्रबंधन की रणनीतियों का प्रमाण है, जो हमें अधिकतम लाभ कमाने में मदद करती है."
भारत की बढ़ती महत्ता
अंबानी ने भारत की वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में बढ़ती भूमिका पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि भारत अब **स्थिरता और समृद्धि का प्रतीक** बन गया है और पिछले दशक में इसकी महत्ता कई गुना बढ़ गई है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि फरवरी में रिलायंस पहली भारतीय कंपनी बनी जिसने ₹20 लाख करोड़ का बाजार पूंजीकरण पार किया.
हरित ऊर्जा में योगदान
हरित ऊर्जा और डिकार्बोनाइजेशन के संदर्भ में, अंबानी ने बताया कि रिलायंस ने **नेट कार्बन ज़ीरो** लक्ष्य के लिए एक व्यापक रोडमैप तैयार किया है. उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी **धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स** के निर्माण की दिशा में तेजी से काम कर रही है, जो एक विश्वस्तरीय नवीकरणीय ऊर्जा निर्माण सुविधा बनेगा.
मुकेश अंबानी की वेतन नीति
मुकेश अंबानी ने इस साल भी कोई वेतन नहीं लिया, जिससे यह चौथा साल है जब उन्होंने वेतन नहीं लिया. यह कदम उनके प्रबंधन और कंपनी की दीर्घकालिक योजना के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है.
निष्कर्ष
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ ने अपने अगले विकास के लिए मजबूत नींव तैयार कर ली है. कंपनी की नई रणनीतियाँ और भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका के साथ, रिलायंस न केवल अपने निवेशकों को लाभ पहुँचा रही है, बल्कि भारत को भी वैश्विक आर्थिक मंच पर एक नई पहचान दे रही है. आने वाले समय में, रिलायंस की यह नई दिशा और भी अधिक सफलता के द्वार खोल सकती है.