MGNREGA Workers Find Pitcher Full Of Silver & Bronze Coins in UP: महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम Mahatma Gandhi National Rural Employment Guarantee Act- MGNREGA) के मजदूरों को काम करते समय चांदी और कांसे के सिक्कों से भरा एक घड़ा (Pitcher Full of Silver and Bronze Coins) मिला है. बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव जिले (Unnao) में स्थित कान्हाऊ गांव (Kanhau Village) में एक नए पंचायत भवन की नींव खोदते समय चांदी और कांसे के सिक्कों (Silver And Bronze Coins) से भरा घड़ा मिला है. कहा जा रहा है कि ये सिक्के 1862 के हैं.
यह खोज उन्नाव के दौडिया खेड़ा में खजाने की खोज किए जाने के सात साल बाद सामने आई है. दरअसल, अक्टूबर 2013 में एक व्यापक खजाने की खोज के गवाह बने दौडिया खेड़ा के पास ही कान्हाऊ गांव स्थित है. बताया जाता है कि उस समय शोभन सरकार नाम के एक शख्स ने दावा किया था कि उसने सपने में देखा है कि 19वीं शताब्दी के राजा के किले में एक हजार टन सोना दफन है. इसके बाद प्रशासन के अधिकारियों ने करीब 15 दिनों तक किले में खजाने की तलाश की थी. यह भी पढ़ें: सोनभद्र में सोने की खान? जानिए 3 हजार टन सोना मिलने की बात कहां से फैली?
बुधवार को पाए गए सिक्के सन 1862 के बताए जा रहे हैं. सफीपुर के सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट यानी एसडीएम राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि 17 चांदी के और 287 कांसे के सिक्के मिले हैं, जिन्हें सफीपुर कोषागार में जमा कर दिया गया है. अधिकारियों का कहना है जिन मजदूरों को घड़ा मिला है वे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार अधिनियम (मनरेगा) के तहत काम कर रहे थे.
अधिकारियों की मानें तो घड़े पर ठोकर लगने के बाद जब श्रमिकों ने देखा कि घड़े में सिक्के हैं तो उनके बीच लड़ाई हो गई. कुछ मजदूर कुछ सिक्के अपने कब्जे में लेकर वहां से भाग गए. इसी बीच किसी ने पुलिस को इस घटना की सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और श्रमिकों से सिक्के बरामद करने में कामयाब रही. एसडीएम राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि हमें अभी भी लगता है कि श्रमिकों के पास सिक्के हो सकते हैं, जिन्हें जल्द ही बरामद कर लिया जाएगा.