लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) का असर देश के औद्योगिक गतिविधियों (Industrial Activity) पर होगा. दरअसल, एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश की औद्योगिक गतिविधियां निकट भविष्य में सुस्त रहने का अनुमान है. रिपोर्ट के अनुसार, ठहरी घरेलू मांग, कमजोर वैश्विक आर्थिक परिदृश्य और लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर अनिश्चितता से औद्योगिक गतिविधियों की रफ्तार धीमी रहेगी. डन एंड ब्रैडस्ट्रीज (D&B) के अर्थव्यवस्था के अनुमान के अनुसार, टैक्स कलेक्शन कम रहने से सरकार द्वारा अपने निवेश में कटौती करने की आशंका है. इससे औद्योगिक गतिविधियां सुस्त रहेंगी. डीएंडबी का अनुमान है कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) दिसंबर 2018 के दौरान डेढ़ से दो प्रतिशत नीचे आएगा.
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर महीने में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 17 महीने के निचले स्तर 0.5 प्रतिशत पर आ गई थी. विनिर्माण क्षेत्र विशेष रूप से उपभोक्ता और पूंजीगत सामान क्षेत्र का उत्पादन घटने से आईआईपी की वृद्धि दर काफी नीचे आ गई थी. एक साल पहले नवंबर, 2017 में औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर 8.5 प्रतिशत रही थी. इससे पहले जून, 2017 में औद्योगिक उत्पादन 0.3 प्रतिशत घटा था. यह भी पढ़ें- SC/ST वर्ग के लोगों के लिए जज बनने के मापदंड आसान करेंः सुप्रीम कोर्ट
डीएंडबी के लीड अर्थशास्त्री अरुण सिंह ने कहा कि प्रतिकूल घटनाक्रमों और वर्ष के दौरान कुछ अप्रत्याशित झटकों से 2018-19 में तेज आर्थिक वृद्धि की संभावना को झटका लगा है. सिंह ने कहा कि आगामी बजट अर्थव्यवस्था की आगे की दिशा तय करेगा.
भाषा इनपुट