Budget 2019: नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट शुक्रवार को पेश हुआ. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने लोकसभा (Lok Sabha) में वित्त वर्ष 2019-20 का आम बजट पेश करते हुए कहा कि भारत की जनता ने जनादेश के माध्यम से हमारे देश के भविष्य के लिए अपने दो लक्ष्यों-‘राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक वृद्धि’ पर मुहर लगाई है. उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) इस वित्त वर्ष में 3,000 अरब डॉलर की हो जाएगी. उन्होंने कहा कि 5 साल पहले भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 1,850 अरब डॉलर था. अब यह 2,700 अरब डॉलर हो चुका है.अगले कुछ साल में अर्थव्यवस्था में 5,000 अरब डॉलर पर पहुंचने की क्षमता है. इस बीच, आइए जानते हैं कि इस बजट में कौन सी चीजें महंगी हुईं और कौन-सी चीजें सस्ती हुईं.
ये चीजें हुईं महंगी:
पेट्रोल-डीजल, सोना, तंबाकू उत्पाद महंगे होंगे. सोने के अलावा चांदी और चांदी के आभूषण खरीदने के लिए भी ज्यादा रुपये खर्च करने होंगे. आयात शुल्क में इजाफा होने से कई चीजों के दाम भी बढ़ेंगे. आयातित किताबों पर पांच प्रतिशत का शुल्क लगेगा, ऑटो पार्ट्स, सिंथेटिक रबर, पीवीसी, टाइल्स भी महंगी हो जाएंगी. ऑप्टिकल फाइबर, स्टेनलेस उत्पाद, मूल धातु के फिटिंग्स, फ्रेम और सामान, एसी, लाउडस्पीकर, वीडियो रिकॉर्डर, सीसीटीवी कैमरा, वाहन के हॉर्न, सिगरेट आदि महंगे हुए हैं.
ये चीजें हुईं सस्ती:
बजट 2019 के बाद इलेक्ट्रिक कारें सस्ती हो जाएंगी. बिजली चालित वाहनों की खरीद के लिए प्राप्त कर्ज ब्याज में सरकार 1.50 लाख रुपये तक अतिरिक्त आयकर कटौती प्रदान करेगी. बजट के बाद होम लोन लेना भी सस्ता होगा, मतलब घर खरीदना सस्ता होगा। सस्ते घरों के लिए ब्याज पर 3.5 लाख रुपये की छूट मिलेगी. इसके अलावा साबुन, शैंपू, बालों का तेल, टूथपेस्ट, बिजली का घरेलू सामान जैसे पंखे, लैम्प, ब्रीफकेस, यात्री बैग, सेनिटरी वेयर, बोतल, कंटेनर, रसोई में प्रयुक्त सामान लैसे बर्तन, गद्दा, बिस्तर, चश्मों के फ्रेम, बांस का फर्नीचर, पास्ता, धूपबत्ती, नमकीन, सूखा नारियल, सैनिटरी नैपकिन भी सस्ता होगा. यह भी पढ़ें- Budget 2019: Aadhaar और PAN का होगा परस्पर इस्तेमाल, आधार कार्ड के जरिए भी भर सकेंगे इनकम टैक्स रिटर्न
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण स्वतंत्र भारत के इतिहास में केंद्रीय बजट पेश करने वाली दूसरी महिला बन गई हैं. निर्मला सीतारमण से पहले, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी केंद्रीय बजट पेश करने वाली अब तक की और एकमात्र महिला थीं. साल 1970 में इंदिरा गांधी ने वित्त वर्ष 1970-71 का बजट पेश किया था.