
Pakistan India Trade Ban: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) में 26 बेगुनाह लोगों की मौत और दर्जनों के घायल होने के बाद पूरे देश में गुस्सा है. हमला इतना भयानक था कि देश की सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं. इस बीच पाकिस्तान की ओर से जो हरकतें सामने आ रही हैं, वो ना सिर्फ बचकानी हैं, बल्कि खुद पाकिस्तान के लिए नुकसानदायक भी साबित होंगी.
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने आज एक अहम सुरक्षा बैठक बुलाई है. ये बैठक इस्लामाबाद में शहबाज़ शरीफ की अध्यक्षता में हुई. इस हाईलेवल मीटिंग में पाकिस्तान के तीनों सेनाध्यक्ष, महत्वपूर्ण मंत्री, शीर्ष सिविल और सैन्य अधिकारी शामिल हुए.
पाकिस्तान की गीदड़ भभकियां
हमले के बाद भारत ने सख्त कदम उठाए – पाकिस्तान के हाई कमीशन स्टाफ को घटाया, अटारी-वाघा बॉर्डर सील कर दी और सिंधु जल संधि पर भी पुनर्विचार की बात छेड़ दी. इससे बौखलाए पाकिस्तान ने भी ‘टिट फॉर टैट’ यानी आंख के बदले आंख की तर्ज पर ऐलान कर डाला कि वो भारत से सारा व्यापार बंद कर रहा है. एयरस्पेस से लेकर बॉर्डर तक सब बंद करने की धमकी दे दी.
पाकिस्तान ने कहा है कि अगर भारत सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान को मिलने वाले पानी को रोकने या उसका रुख मोड़ने की कोशिश करता है, तो उसे युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा. और पाकिस्तान इसका जवाब अपनी पूरी ताकत से देगा, चाहे वो सैन्य हो, कूटनीतिक हो या किसी भी स्तर पर.
Pakistan Top Security committee meets. Announces Tit for Tat move against India. pic.twitter.com/xaWDmoApHi
— Sidhant Sibal (@sidhant) April 24, 2025
पाकिस्तान की टॉप सिक्योरिटी कमेटी की बैठक के बाद लिए गए फैसले
- भारत के खिलाफ 'टिट फॉर टैट' रणनीति का ऐलान, पाकिस्तान ने कहा कि वह भारत के कदमों का बराबरी से जवाब देगा.
- भारत के साथ हर तरह का व्यापार तुरंत प्रभाव से बंद, पाकिस्तान ने एलान किया कि भारत से या भारत के जरिए किसी तीसरे देश से होने वाला सारा व्यापार बंद किया जा रहा है.
- पाकिस्तान ने भारतीय एयरलाइंस के लिए एयरस्पेस किया बंद, अब कोई भी भारतीय स्वामित्व वाली या संचालित एयरलाइन पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं कर सकेगी.
- वाघा बॉर्डर से व्यापार बंद, भारत-पाकिस्तान के बीच वाघा सीमा से होने वाला हर तरह का व्यापार बंद करने की घोषणा.
- भारतीय नागरिकों के लिए सार्क वीज़ा निलंबित, पाकिस्तान ने सभी भारतीयों के लिए SAARC वीज़ा सुविधा पर रोक लगा दी है.
- भारतीय सैनिक राजनयिकों को किया 'persona non grata' घोषित, यानी पाकिस्तान में तैनात कुछ भारतीय सैन्य अधिकारियों को अब वहां रहने की अनुमति नहीं है.
- इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास में स्टाफ घटाया, पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिकों की संख्या घटाकर 30 कर दी है.
लेकिन सवाल ये है – इससे भारत को क्या नुकसान होगा? जवाब है – ज़्यादा कुछ नहीं. उल्टा
पाकिस्तान ही घाटे में जाएगा. भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत है, विकल्प भरे पड़े हैं, लेकिन पाकिस्तान के पास क्या है? ना संसाधन, ना रणनीति, और अब व्यापार भी बंद!
भारतीय डिप्लोमेट्स पर रोक, लेकिन दुनिया देख रही है
पाकिस्तान ने भारतीय सैनिक कूटनीतिज्ञों को देश से निकाल दिया और भारतीय दूतावास के स्टाफ को घटाकर 30 कर दिया. लेकिन ये कदम एक तरह से पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि को और नुकसान पहुंचाएगा. जब पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है और आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपना रही है, तब पाकिस्तान ऐसे फैसलों से खुद को अलग-थलग ही करेगा.
आतंकी हमले के बाद भारत ने दिखाया दम
भारत ने सिर्फ कड़ी प्रतिक्रिया नहीं दी, बल्कि जमीन पर भी सख्ती दिखाई है. मुंबई में समुद्री निगरानी तेज की गई है, जम्मू-कश्मीर में पूंछ और ऊधमपुर में सेना ने सर्च ऑपरेशन चलाए. 24 अप्रैल को एक सैनिक की शहादत ने फिर से यह साबित कर दिया कि आतंक के खिलाफ भारत हर मोर्चे पर तैयार है.
पाकिस्तान को चेतावनी – अब पुराने जमाने वाला भारत नहीं
पाकिस्तान को ये समझना होगा कि अब भारत पहले जैसा नहीं रहा. अब हर गोली का जवाब गोली से मिलेगा, हर साजिश का जवाब रणनीति से मिलेगा. पाकिस्तान की ये चालें अब किसी को भ्रमित नहीं कर सकतीं. भारत न सिर्फ कूटनीति में आगे है, बल्कि सैन्य ताकत में भी कहीं ज्यादा मजबूत है.
पाकिस्तान जितनी भी धमकियां दे, भारत पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. उल्टा, पाकिस्तान की ये हरकतें उसे खुद ही मुसीबत में डालेंगी – आर्थिक नुकसान, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी और अंदरूनी हालात की बदहाली.