Assam Flood: बाढ़ से असम में मची तबाही, 57000 लोग हुए प्रभावित, 10321 हेक्टेयर खेती की भूमि डूबी- 3 की मौत
असम में बाढ़ (Photo Credits: ANI)

Assam Flood Updates: असम (Assam) के पहाड़ी जिले में अचानक आई बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. करीब दर्जनभर स्थानों पर बड़े पैमाने पर भूस्खलन की खबरे भी है. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, पूर्वोत्तर राज्य में मौजूदा बाढ़ से असम के सात जिलों में लगभग 57,000 लोग प्रभावित हुए हैं. 15 राजस्व मंडलों के अंतर्गत पड़ने वाले लगभग 222 गांव बाढ़ के कहर का सामना कर रहे है. लगभग 10321.44 हेक्टेयर खेती की भूमि बाढ़ के पानी में डूब गई है. असम में इस प्राकृतिक आपदा के दौरान एक बच्चे समेत तीन लोगों की मौत हुई है. जबकि राज्य और क्षेत्र के अन्य हिस्सों से यहां के रेल और सड़क संपर्क टूट गए हैं. असम में भूस्खलन से तीन लोगों की मौत, बाढ़ का अलर्ट जारी

जानकारी के अनुसार, दीमा हसाओ जिले के हाफलोंग राजस्व सर्कल में एक महिला सहित तीन लोगों की जान चली गई. बाढ़ से इंसानों के अलावा 1,434 जानवर भी प्रभावित हुए हैं और अब तक कुल 202 घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. होजई (Hojai), लखीमपुर (Lakhimpur) और नागांव (Nagaon) जिलों में कई सड़कें, पुल और सिंचाई नहरें क्षतिग्रस्त हो गईं है. सबसे बुरी तरह कछार क्षेत्र प्रभावित है, जिसमें 21,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. इसके बाद कार्बी आंगलोंग पश्चिम में लगभग 2,000 पीड़ित हैं और धेमाजी में 600 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.

सेना, अर्द्धसैनिक बलों, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), नागरिक प्रशासन और प्रशिक्षित स्वयंसेवकों द्वारा हजारो लोगों को बचाया गया है. असम के कछार में अन्नपूर्णाघाट में बराक नदी गंभीर स्थिति में बह रही है.

खराब हालत को देखते हुए पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे (एनएफआर) के लुमडिंग-बदरपुर खंड में कई ट्रेन रद्द कर दी गई हैं. रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के चलते लुमडिंग मंडल के लुमडिंग-बदरपुर पर्वतीय खंड के अनेक हिस्सों में जलभराव को देखते हुए कई ट्रेन रद्द अथवा आंशिक तौर पर रद्द कर दी गई हैं.

असम के दीमा हसाओ जिले में बारिश के कारण भारतीय वायुसेना (आईएएफ) और एनएफआर ने फंसे हुए 1,500 से अधिक यात्रियों को निकाला है, जबकि त्रिपुरा, मिजोरम और दक्षिणी असम को जोड़ने वाली 25 से अधिक जोड़ी ट्रेनों को लगातार भारी भूस्खलन के कारण रद्द करना पड़ा है.