Assam CM Meets Union Minister Gadkari: असम सीएम ने गडकरी से की मुलाकात, प्रमुख परियोजनाओं के लिए ममद मांगी
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नई दिल्ली, 24 जुलाई: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की मुख्यमंत्री ने असम में गोहपुर और नुमालीगढ़ गुवाहाटी रिंग रोड काजीरंगा एलिवेटेड कॉरिडोर के बीच पानी के नीचे सुरंग और राज्य में विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्ग को चार लेन बनाने जैसी प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में तेजी लाने के लिए गडकरी से मदद मांगी. यह भी पढ़े: Assam CM on Vegetable Prices: असम के सीएम हिमंत बिस्वा का बेतुका बयान, सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए 'मिया' मुसलमानों को ठहराया जिम्मेदार

केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया कि उनका मंत्रालय असम में प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में तेजी लाने में हर संभव मदद देगा  केंद्रीय मंत्री से मुलाकात के बाद सीएम ने ट्वीट किया, ''माननीय केंद्रीय मंत्री से मिलना हमेशा समृद्ध करने वाला होता है और बहुत कुछ सीखने को मिलता है मैंने असम में गोहपुर और नुमालीगढ़ गुवाहाटी रिंग रोड काजीरंगा एलिवेटेड कॉरिडोर के बीच पानी के नीचे सुरंग और राज्य में विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्ग को चार लेन बनाने जैसी प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में तेजी लाने के लिए उसने से मदद मांगी.

रिपोर्ट के अनुसार, बैठक में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व (केएनपीटीआर) में एलिवेटेड कॉरिडोर (ऊंचे गलियारों) पर गहन चर्चा हुई केएनपीटीआर में मानसून बाढ़ एक वार्षिक घटना है, जहां गर्मियों के दौरान जानवरों को हमेशा बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है पार्क का एक बड़ा हिस्सा बाढ़ के पानी में डूब जाता है, जानवरों के लिए जगह कम हो जाती है.

फिर जानवर आम तौर पर राष्ट्रीय राजमार्ग पार करते हैं और आश्रय की तलाश में कार्बी आंगलोंग पहाड़ियों की ओर चले जाते हैं इस क्रम में तेज़ रफ़्तार वाहन अक्सर जानवरों को टक्कर मार देते हैं जिससे पिछले कुछ वर्षों में कई मौतें हुई हैं जानवरों की मौत से बचने के लिए, राज्य सरकार ने कार्बी हिल्स की ओर जाने के दौरान जानवरों की आवाजाही के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक ऊंचा कॉरिडोर बनाने की योजना बनाई है.

एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने कहा का ऊंचा कॉरिडोर काफी हद तक जंगली जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा क्योंकि यहां गर्मी शुरू होते ही कार्बी पहाड़ियों और राष्ट्रीय उद्यान के बीच उनका आना-जाना लगा रहता है काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के पूरे हिस्से में ऊंचा कॉरिडोर बनने के बाद, जानवर अंडरपास के माध्यम से आजादी से घूम सकते हैं.