भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों के लिए यह साल काफी अच्छा साबित हुआ है, न की सिर्फ निवेशकों के लिए बल्कि उन कंपनियों के लिए भी जिन्होंने अपने आईपीओ (IPO) को लाकर तगड़ी कमाई की. इस महीने फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी जैसी बड़ी कंपनियों के आईपीओ आने वाले है. स्विगी के आलावा एक्मे सोलर, मोबिक्विक भी आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) से फंड जुटाने की तैयारी में है. इन सभी कंपनियों को सेबी द्वारा मंजूरी दी जा चुकी है.
स्विगी आईपीओ
स्विगी द्वारा 6 नवंबर से 8 नवंबर के बीच सार्वजनिक सदस्यता के लिए अपना मेगा आईपीओ लॉन्च किया जाएगा. स्विगी शेयर बाजार से आईपीओ के जरिए 11,000 करोड़ रुपये से भी अधिक जुटाने की योजना बनाई है. इश्यू के प्राथमिक घटक को लगभग 4500 करोड़ रुपये तक बढ़ा दिया गया है और बिक्री घटक के प्रस्ताव को भी निवेशक की भागीदारी के आधार पर बदल दिया गया है. स्विगी की प्रतिद्वंदी जोमेटो भी इस आईपीओ पर नजर बनाये हुए है.
यह भी पढ़े-Afcons Infrastructure IPO की शेयर बाजार में फ्लॉप एंट्री, 7% डिस्काउंट पर हुआ लिस्ट
एक्मे सोलर आईपीओ (एसीएमई सोलर होल्डिंग)
पिछले कुछ वर्षों में एक्मे ने अपना ध्यान केवल सौर परियोजनाओं से बढ़ाकर नई ऊर्जा में एक एकीकृत दृष्टिकोण तक बढ़ा दिया है. कंपनी अपनी इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) के साथ-साथ संचालन और रखरखाव का प्रबंधन करती है, राज्य और केंद्रीय संस्थाओं को बिजली की बिक्री के माध्यम से राजस्व उत्पन्न करती है. इस आईपीओ के माध्यम से कंपनी इक्विटी शेयरों का एक नया इश्यू और बिक्री के लिए एक प्रस्ताव पेश करके 3,000 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है, जिसमें प्रमोटर कंपनी से अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे.
मोबिक्विक आईपीओ
मोबिक्विक भारत में एक प्रमुख ऑनलाइन भुगतान मंच है जो उपभोक्ताओं और व्यापारियों को जोड़ता है. मोबिक्विक को बाजार नियामक सेबी से अपनी आईपीओ लॉन्च करने की अनुमति मिल गई. मोबिक्विक की आईपीओ के जरिए 700 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है.
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस आईपीओ
हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ने अपने 2,200 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 70-74 रुपये प्रति शेयर तय किया है. निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस आईपीओ 7 नवंबर को खुलेगा और 11 नवंबर तक बोली लगाई जा सकती है. कंपनी ऑनबोर्डिंग से लेकर दावों तक, स्वास्थ्य बीमा के लिए संपूर्ण डिजिटल समाधान प्रदान करती है. वित्तीय वर्ष 2024 तक निवा बूपा के पास अकेले स्वास्थ्य बीमा बाजार में 16.24% हिस्सेदारी रही.
जिंका लॉजिस्टिक्स आईपीओ
जिंका लॉजिस्टिक्स को 550 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए सेबी की मंजूरी मिल गयी है. इस आईपीओ के जरिए कंपनी 550 करोड़ रुपये तक के नए शेयर जारी करेगी और 21.61 मिलियन इक्विटी शेयरों की बिक्री की पेशकश (ओएफ़एस) करेगी. जिंका लॉजिस्टिक्स ने नए निर्गम से प्राप्त 200 करोड़ रुपये को बिक्री और विपणन लागतों में उपयोग करने की योजना बनायीं है.
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्यों के लिए है और इसे वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए. पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने वित्तीय निर्णय लेने से पहले स्वतंत्र पेशेवर सलाह लें. लेखक और प्रकाशक इस जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी निर्णय या कार्य के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे. सभी निवेश जोखिमों के अधीन होते हैं और पाठकों को सावधानी से विचार करने की सलाह दी जाती है.