आइजोल, 18 जुलाई: मिजोरम में एक दैनिक कामगार की बेटी ने जीवन में आने वाली सभी बाधाओं को पार करते हुए कक्षा 12वीं की बोर्ड की परीक्षा में राज्य में आठवां स्थान हासिल किया है और इस छात्रा की प्रतिभा के लिए राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लै (P. S. Sreedharan Pillai) ने उसकी सराहना की और उसे सम्मानित किया. राज्यपाल ने शुक्रवार को राजभवन में 17 साल की छात्रा लालवेनहिमी को एक प्रशस्ति पत्र प्रदान किया और कहा कि छात्रा की सफलता देश भर के छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी है. इस अवसर पर छात्रा के माता पिता भी मौजूद थे.
आइजोल के दुरतलांग उच्चतर माध्यमिक स्कूल में पढ़ने वाली लालवेनहिमी ने कला संकाय से मिजोरम बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (MBSE) की 12वीं की परीक्षा में 500 में से 437 अंक प्राप्त किए हैं. परिणामों की घोषणा 13 जुलाई को हुई थी.
Hon'ble Governor felicitated Miss Vanlalvenhimi, who despite coming from a poor family, secured 8th position under Class -12 examinations in Mizoram.@VPSecretariat @PMOIndia @HMOIndia @DrJitendraSingh @ZoramthangaCM pic.twitter.com/TSMBNXPIfi
— Mizoram Governor (@MizoramGovernor) July 17, 2020
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लालवेनहिमी ने संवाददाताओं से कहा, "मैं प्रतिदिन तड़के तीन बजे उठ जाती थी और सुबह सात बजे तक पढ़ाई करती थी और फिर शाम छह बजे से रात दस बजे तक पढ़ाई करती थी. जब मेरे माता पिता घर में नहीं होते तो मैं अपने छोटे भाई बहनों की देखभाल करती थी और घर का काम भी करती थी." लालवेनहिमी आगे चल कर कॉलेज में प्राध्यापक बनना चाहती हैं और उनकी प्रतिभा को देखते हुए सरकारी रंगबाना कॉलेज ने उन्हें बीए में निशुल्क प्रवेश देने की पेशकश की है.