
पाकिस्तान के कराची शहर में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के फाइनेंसर और आतंकी हाफिज सईद के करीबी सहयोगी कारी अब्दुल रहमान की गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह हमला सोमवार को हुआ और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है.
घटना कराची में रहमान की दुकान पर हुई. सीसीटीवी फुटेज में एक नकाबपोश हमलावर को बंदूक के साथ दुकान में घुसते हुए देखा गया. जब कारी अब्दुल रहमान काउंटर के पीछे खड़ा था, तभी हमलावर ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई.
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वीडियो में यह भी दिख रहा है कि हमलावर ने दुकान में मौजूद एक अन्य व्यक्ति पर भी गोलियां चलाईं, जिससे उसकी भी मौके पर मौत हो गई. हालांकि, वीडियो में देखा गया कि घटना के समय दुकान में एक बच्चा भी मौजूद था, लेकिन हमलावर ने उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचाया. फिलहाल, हत्या के पीछे की सटीक वजह का पता नहीं चल पाया है.
कारी अब्दुल रहमान की हत्या का वीडियो आया सामने
🚨 BIG BREAKING NEWS
Hafiz Saeed's relative & Lashkar-e-Taiba Financer, Qari Abdu Rehman SHOT DEAD by 'unknown gunmen' in Karachi, Pakistan 🔥
— 'Unknown gunmen' are ELIMINATING terrorists from the world 🎯 pic.twitter.com/TnuYvvNqrG
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) March 31, 2025
आतंकी संगठनों की आंतरिक लड़ाई का नतीजा?
इस घटना से पहले मार्च 2024 में हाफिज सईद के एक और करीबी सहयोगी अबू कताल की हत्या कर दी गई थी. अबू कताल, लश्कर-ए-तैयबा का एक शीर्ष कमांडर और जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड था.
कई रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और लश्कर-ए-तैयबा के बीच अंदरूनी मतभेद इस हत्या की वजह हो सकते हैं. अबू कताल को 9 जून 2024 को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में हिंदू तीर्थयात्रियों की बस पर हुए हमले की साजिश रचने वाला मुख्य व्यक्ति माना जाता था.
हाफिज सईद के करीबी लोगों की लगातार हो रही हत्याओं ने पाकिस्तान के आतंकी संगठनों में आंतरिक कलह और आपसी दुश्मनी को उजागर कर दिया है. यह घटना पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय दबाव और आतंकी संगठनों के बीच बढ़ते संघर्ष की ओर भी इशारा करती है.