
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चतरू इलाके में बुधवार शाम सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई. यह मुठभेड़ उस समय हुई जब अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे को जम्मू से रवाना किया गया था. घटना ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता और सतर्कता दोनों बढ़ा दी है. सेना, पुलिस और CRPF की एक संयुक्त टीम को चतरू के कुचाल क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी की पक्की जानकारी मिली थी. इसके बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया. जैसे ही बलों ने तलाशी अभियान तेज किया, आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी.
व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी, "विशिष्ट खुफिया सूचना के आधार पर कनजल मंडू, किश्तवाड़ में तलाशी अभियान जारी था. आतंकियों के साथ संपर्क स्थापित हो चुका है और ऑपरेशन जारी है."
जैश-ए-मोहम्मद के 2–3 आतंकी घिरे होने की आशंका
प्रारंभिक रिपोर्टों के मुताबिक, मुठभेड़ में शामिल आतंकी पाकिस्तान-आधारित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हो सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि 2 से 3 आतंकी घने जंगलों में फंसे हुए हैं और लगातार गोलीबारी हो रही है. सुरक्षा बलों ने इलाके में अतिरिक्त बलों की तैनाती की है ताकि आतंकियों का बच निकलना नामुमकिन हो जाए.
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर सुरक्षा कड़ी
3 जुलाई से श्री अमरनाथ यात्रा की औपचारिक शुरुआत होनी है, जिसके मद्देनजर जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) पर सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है. यात्री बालटाल और पहलगाम रूट से यात्रा कर रहे हैं.
9 अप्रैल को भी इसी इलाके में एक मुठभेड़ हुई थी जिसमें 3 जैश आतंकियों को मार गिराया गया था और AK और M4 राइफल्स समेत हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया गया था. 22 मई को सिंहपोरा, चतरू में ऑपरेशन के दौरान एक सैनिक शहीद हुआ था और दो घायल हुए थे.