नई दिल्ली: आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान (Pakistan) अब गधों के सहारे अपनी नाव पार लगाएगा. अब गधे पाकिस्तान की इकॉनमी को संभालेंगे. पाकिस्तान के गधों का देश की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान होता है. यह मजाक नहीं सच है. दरअसल पाकिस्तान यह गधे चीन को बेचता है. चीन में गधे की डिमांड इतनी है कि पाकिस्तान का भला हो ही जाता है. दरअसल, चीन में गधे की खाल की मांग बहुत ज्यादा है. इसके चलते गधे की डिमांड बहुत अधिक रहती है. चीन में गधों की संख्या कम होने के कारण वे पाकिस्तान और अफ्रीका जैसे अन्य क्षेत्रों से गधे मंगाते हैं. पाकिस्तान में सिखों की हत्या पर भारत ने जताया कड़ा विरोध, पाक राजनयिक को किया तलब.
पाकिस्तान ने चीन को गधे की खाल के साथ-साथ विभिन्न वस्तुओं के निर्यात को मंजूरी दी है. पाकिस्तान के ARY न्यूज ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है. सूत्रों के मुताबिक गधे की खाल को प्रोसेसिंग के लिए चीन भेजा जाएगा. चीन में गधे की खाल की डिमांड बहुत ज्यादा है. इसके चलते वहां गधे हमेशा डिमांड में रहते हैं.
चीन में गधों की डिमांड क्यों
चीन में गधे की खाल का प्रयोग एनीमिया, प्रजनन संबंधी समस्याओं और अनिद्रा के उपचार सहित कई कथित औषधीय लाभ में किया जाता है. चीन गधे की खाल से सौंदर्य उत्पाद भी तैयार करता है. पहले इन दवाओं का इस्तेमाल चीन के शाही यानी खास लोग ही करते थे. पर अब इसकी डिमांड चीन के मध्यम वर्ग के बीच काफी बढ़ गई है. पाकिस्तान हाल के वर्षों में चीन को गधों का निर्यात कर रहा है. जीवित गधों के अलावा, पाकिस्तान गधे की खाल भी चीन भेजता है.
पाकिस्तान गधों की एक बड़ी आबादी के लिए जाना जाता है. पिछले कुछ साल में इनकी संख्या लगातार बढ़ी है. पाकिस्तान इकोनॉमिक सर्वे (PES) 2022-23 से पता चला है कि पड़ोसी देश में गधों की आबादी में वृद्धि हुई है. कई रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन से भारी मांग के कारण पाकिस्तान में गधों की आबादी तेजी से बढ़ रही है.