Israel-Palestine Conflict: गाजा से फिलिस्तीनी चरमपंथियों ने इजराइल पर दागे सैकड़ों रॉकेट, भारतीय महिला समेत 32 लोगों की मौत
इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष (Photo Credits: ANI)

Israel-Palestine Conflict: इजरायल और फिलिस्तीन के बीच भड़का संघर्ष बढ़ता ही जा रहा है. दक्षिणी और मध्य इजरायल में दर्जनों विस्फोट हुए हैं. टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक, हमास समूह (Hamas Group) द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि अब तक 32 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और संघर्ष भड़कने के बाद से गाजा में इजरायली हवाई हमले में 220 लोग घायल हुए हैं. इजराइल में काम करने वाली केरल (Kerala) की एक महिला की मंगलवार को कथित रूप से एक फिलिस्तीनी रॉकेट हमले में मौत हो गई. उसके परिवार के सदस्यों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अश्केलोन शहर में 31 वर्षीय सौम्या के घर पर रॉकेट गिरा, जब वह शाम को वीडियो कॉल पर केरल में अपने पति संतोष से बात कर रही थी. संतोष के भाई साजी ने बताया, 'मेरे भाई ने वीडियो कॉल के दौरान जोर की आवाज सुनी. अचानक फोन कट गया. फिर हमने तुरंत वहां काम कर रहे अन्य मलयाली लोगों से संपर्क किया. इस तरह हमें घटना के बारे में पता चला.' यह भी पढ़ें- इजराइल ने महामारी से जूझ रहे भारत के लिए चिकित्सा सामग्री की दूसरी खेप भेजी.

हमास के इस हमले के जवाब में इजराइली एयरफोर्स ने भी करारा जवाब दिया है उसने उसके कब्जे वाली गाजा पट्टी पर हमला बोला है. गाजा पट्टी की सीमा से लगे अशकेलॉन में फिलिस्तीनी चरमपंथियों ने हमला किया. गाजा के चरमपंथियों ने सोमवार शाम से इजराइल पर सैकड़ों रॉकेट दागे और मंगलवार रात तक हिंसा में कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई. इजराइल ने गाजा पट्टी में हमास और इस्लामिक जिहाद को निशाना बनाकर सैकड़ों हवाई हमले किए हैं.

ऐसा बताया जा रहा है कि फिलिस्तीनी चरमपंथियों के हमले में मारी गई भारतीय महिला पिछले सात साल से इजराइल में रह रही थी और उसका नौ साल का बेटा है, जो उसके पति के पास केरल में रहता है. अशकेलॉन के मेयर टोमर ग्लैम ने बताया कि इलाके के करीब 25 प्रतिशत निवासियों के पास रॉकेट हमले की स्थिति में किसी सुरक्षित जगह पर जाने की सुविधा नहीं है.

ANI का ट्वीट-

उन्होंने कहा, ‘जब सामान्य जीवन मिनटों में आपात स्थिति बन जाए, तो सुरक्षित स्थान पर पहुंचना असंभव हो जाता है.’ भारत में इजराइल के राजदूत रॉन माल्का ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘मैं इजराइल की ओर से सौम्या संतोष के परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं, जिनकी निर्दोष लोगों पर किए गए हमास के आतंकवादी हमले में मौत हो गई.’

रात में हुए रॉकेट व हवाई हमले से पहले फिलिस्तीनी और इजराइल के सुरक्षा बलों के बीच घंटों झड़प होती रही. झड़प यरुशलम की अल-अक्सा मस्जिद परिसर में भी हुई जिसे यहूदी और मुसलमान दोनों पवित्र मानते हैं. बढ़ती अशांति के संकेतों के बीच इजराइल में अरब समुदाय के सैकड़ों लोगों ने फलस्तीन के खिलाफ इजराइली बलों की हालिया कार्रवाई की निंदा करते हुए प्रदर्शन किया. इसे हाल के वर्षों में इजराइल में फिलिस्तीन नागरिकों द्वारा सबसे बड़ा प्रदर्शन माना जा रहा है.

इजराइल और इजराइल की बर्बादी चाहने वाले इस्लामी आतंकी संगठन हमास ने तीन जंग लड़ीं और गाजा पर आतंकी संगठन के 2007 में हुए कब्जे के बाद से कई बार झड़प भी देखने को मिली. पूर्व में इजराइल और गाजा पर शासन करने वाले हमास के बीच होने वाला सीमा पार संघर्ष कुछ दिनों बाद समाप्त हो जाता था जिसका कारण अक्सर पर्दे के पीछे से कतर, मिस्र और अन्य देशों द्वारा की जाने वाली मध्यस्थता होती थी.

मिस्र के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि उनका देश संघर्ष विराम के लिये प्रयास कर रहा हैय संवेदनशील कूटनीति पर चर्चा कर रहे अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की मंशा व्यक्त करते हुए कहा कि यरुशलम में इजराइली कार्रवाई ने इन प्रयासों को और जटिल बना दिया है. नाम न जाहिर करने की शर्त पर एक फिलिस्तीनी सुरक्षा अधिकारी ने भी संघर्ष विराम के प्रयासों की पुष्टि की.

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को चेतावनी दी थी कि यह लड़ाई कुछ समय तक जारी रह सकती है. इजराइल की सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कॉनरिकस ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि सेना गाजा में लक्ष्यों को निशाना बनाने के शुरुआती चरण में है. इन लक्ष्यों को निशाना बनाने की योजना बहुत पहले बना ली गई थी. इजराइल ने दो बहुमंजिला इमारतों को निशाना बनाने के साथ ही दर्जनों हवाई हमले किए. यह तनाव और संघर्ष ऐसे समय हो रहा है जब इजराइल में राजनीतिक अस्थिरता के हालात हैं. नेतन्याहू अभी कार्यवाहक प्रधानमंत्री हैं.

भाषा इनपुट