President Donald Trump Impeached: डोनाल्ड ट्रंप दो बार महाभियोग झेलने वाले पहले US राष्ट्रपति बने
डोनाल्ड ट्रंप (Photo by Gage Skidmore, Flickr)

वॉशिंगटन:- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) पर राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद मुसीबतें लगातार बढ़ती जा रही है. कैपिटल बिल्डिंग में हिंसा के लिए उकसाने का आरोप में डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग (Impeached) प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी है. इसके साथ ही दो बार महाभियोग झेलने वाले डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के पहले राष्ट्रपति बन गए हैं. बता दें कि अमेरिका में महाभियोग के लिए 218 मतों की जरूरत होती है. हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में किए गए वोटिंग में महाभियोग के पक्ष में 232 वोट पड़े. जबकि ट्रंप के समर्थन यानी विपक्ष में 197 वोट पड़े. जबकि रिपब्लिकन पार्टी के भी 10 सांसदों ने इसके समर्थन में मतदान किया.

इस महाभियोग प्रस्ताव में निर्वतमान राष्ट्रपति पर अपने कदमों के जरिए छह जनवरी को राजद्रोह के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है. इसमें कहा गया है कि ट्रंप ने अपने समर्थकों को कैपिटल बिल्डिंग की घेराबंदी के लिए तब उकसाया, जब वहां इलेक्टोरल कॉलेज के मतों की गिनती चल रही थी और लोगों के धावा बोलने की वजह से यह प्रक्रिया बाधित हुई. इस घटना में एक पुलिस अधिकारी समेत पांच लोगों की मौत हो गई. चार सांसदों ने मतदान नहीं किया। चारों भारतीय-अमेरिकी सांसदों एमी बेरा, रो खन्ना, राजा कृष्णमूर्ति और प्रमिला जयपाल ने महाभियोग के समर्थन में मतदान किया. अब इस प्रस्ताव को सीनेट में भेजा जाएगा, जो ट्रंप को कार्यालय से हटाने के लिए सुनवाई करेगी और मतदान करेगी. सीनेट 19 जनवरी तक के लिए स्थगित है. इसके एक दिन बाद 20 जनवरी को जो बाइडन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे. US Capitol Violence: अमेरिकी संसद परिसर में हिंसा के बाद ट्विटर की बड़ी कार्रवाई, 70 हजार क्यूएनन खातों को ब्लॉक किया

साल 2019 में भी लगाया गया था

बता दें कि इससे पहले, प्रतिनिधि सभा ने 18 दिसंबर, 2019 में ट्रंप के खिलाफ महाभियोग के आरोप को पारित किया था, लेकिन रिपब्लिकन पार्टी के नियंत्रण वाले सीनेट ने फरवरी 2020 में उन्हें आरोपों से बरी कर दिया था. उस दौरान आरोप लगाए गए थे कि ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति पर दबाव डाला कि वे बाइडन और उनके बेटे के खिलाफ भ्रष्टाचार के दावों की जांच करवाए. डेमोक्रेटिक सांसदों के पास ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित करने के लिए प्रतिनिधि सभा में पर्याप्त मत है, लेकिन सीनेट में रिपब्लिकन नेताओं के पास 50 के मुकाबले 51 का मामूली अंतर से बहुमत है. सीनेट में महाभियोग प्रस्ताव पारित करने के लिए दो तिहाई सदस्यों के मतों की आवश्यकता होती है. (भाषा इनपुट)