कंगाल पाकिस्तान गिरती अर्थव्यवस्था से जूझ रहा है. पाक बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहा है. लोगों को न तो ठीक से खाने की चीजें मिल रही हैं और नहीं पेट्रोल के बढ़ते दाम कम हो रहे है. ऐसे में पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के सामने एक नई मुसीबत सिर उठाने लगी है. दरअसल पाकिस्तान के खिलाफ ट्विटर, फेसबुक और गूगल समेत कई कंपनियों ने मोर्चा खोल दिया है. फेसबुक, ट्विटर और गूगल समेत कई कंपनियों पर पाकिस्तान का डिजिटल सेंसरशिप कानून भारी पड़ रहा है. जिसके कारण एशिया इंटरनेट कोलिशन (AIC) ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को एक पत्र लिखकर कहा है कि अगर इस कानून में बदलाव नहीं किया जाएगा तो उन्हें अपनी सेवाएं बंद करनी होगी. ये बात साफ शब्दों में कही है.
बता दें कि पाकिस्तान में सोशल मीडिया के लिए लागू नए रेग्युलेशन कानून में कहा गया है कि कंपनियों को पाकिस्तान के इस्लामाबाद में 3 महीने में स्थायी ऑफिस खोलना होगा. यदि लोकल सर्वर कहता है तो दुनिया के किसी भी देश में रहने वाले पाकिस्तानियों के अकाउंट बंद करना होगा. इतना ही नहीं अगर पाकिस्तानी अथॉरिटी किसी भी अकाउंट का डेटा या संदेह होने उसके अकाउंट का एक्सेस कर सकता है. अगर कानून तोड़ने पर 50 करोड़ रुपए का जुर्माना चुकाना होगा. यह भी पढ़ें:- शाहीद अफरीदी के बिगड़े बोल, कहा- जब तब मोदी सत्ता में हैं, भारत-पाकिस्तान के संबंध नहीं सुधर सकते.
इतना ही नहीं नए रेग्युलेशन कानून कहा गया है कि अगर कोई राष्ट्रविरोधी पोस्ट करता है तो उसे हटाना होगा. अगर ऐसा न किया तो 15 दिनों के भीतर उनकी सेवा बंद करना होगा. वहीं चिठ्ठी में कहा गया है कि नए रेग्युलेशन कानून को बनाते समय पाकिस्तान की सरकार ने किसी एक्सपर्ट की सलाह नहीं ली है. वहीं अब सब की नजरे पाकिस्तान के पीएम इमरान खान पर टिकी हैं कि, उनकी सरकार अब इसपर क्या उत्तर देगी.