नई दिल्ली, 17 अगस्त: भारतीय यूजर्स औसतन प्रतिदिन सोशल मीडिया पर तीन घंटे से अधिक और ऑनलाइन गेमिंग पर 46 मिनट से ज्यादा समय बिताते हैं. गुरुवार को प्रकाशित एक नई रिपोर्ट में यह दावा किया गया है.
प्रौद्योगिकी नीति थिंक टैंक एस्या सेंटर के अनुसार, ऑन स्क्रीन समय बिताने के मामले में दैनिक जुड़ाव सोशल मीडिया के लिए सबसे अधिक 194 मिनट प्रति दिन है, जबकि ओटीटी (ओवर-द-टॉप) और ऑनलाइन गेमिंग के लिए यह संख्या क्रमश: 44 मिनट और 46 मिनट है.
एक औसत यूजर ऑनलाइन गेमिंग पर प्रति माह 100 रुपये से कम और प्रतिदिन एक घंटे से भी कम खर्च करता है. ओटीटी पर वह 200-400 रुपये खर्च करता है. दो हजार प्रतिभागियों के बीच कराये गये सर्वेक्षण किया गया और 143 मोबाइल एप्लिकेशन के 20.6 लाख से अधिक यूजरों के इन-ऐप डेटा के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की गई है.
एस्या सेंटर के निदेशक अमजद अली खान ने कहा, "हमारा मानना है कि रिपोर्ट के निष्कर्ष बहुत प्रासंगिक हैं, खासकर ऐसे समय में जब सरकार डिजिटल उद्योगों के लिए यूजर-केंद्रित नीतियां बनाने की प्रक्रिया में है."
इसके अलावा, यूजर्स ने कहा कि ऑनलाइन गेम के लिए भागीदारी शुल्क में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी से जुड़ाव में 71 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है, जो उच्च मूल्य संवेदनशीलता का संकेत देता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ओटीटी के लिए यह संख्या केवल 17 प्रतिशत होगी. जहां ओटीटी को एक महत्वपूर्ण तनाव निवारक माना जाता है, वहीं 28 प्रतिशत डिजिटल नागरिक ऑनलाइन गेमिंग को अपने रोजगार की संभावनाओं के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं.
भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद के एसोसिएट प्रोफेसर रजत शर्मा ने कहा, “हालांकि प्रौद्योगिकी गतिशील है, उपभोग पैटर्न अधिक पूर्वानुमानित हैं. इसलिए, डिजिटल नागरिक की प्रोफ़ाइल और उनके उपभोग पैटर्न का निर्माण तीन क्षेत्रों के लिए एक चुस्त नीति पारिस्थितिकी तंत्र का आधार बन सकता है. हमारी रिपोर्ट का उद्देश्य एक प्रयास करना है.”
रिपोर्ट के अनुसार, जहां सभी यूजर्स महीने में एक बार सोशल मीडिया पर सक्रिय होते हैं, वहीं ओटीटी और ऑनलाइन गेमिंग के लिए यह संख्या क्रमशः 60 प्रतिशत और 40 प्रतिशत है. लगभग 89 प्रतिशत उपयोगकर्ता हर दिन सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं, जबकि केवल 22 प्रतिशत और 12 प्रतिशत क्रमशः ओटीटी और ऑनलाइन गेमिंग पर रोजाना सक्रिय हैं.