One Nation One Election: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इसका उद्देश्य लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनावों को एक ही समय पर कराना है. केंद्र ने इससे पहले एक राष्ट्र, एक चुनाव पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक समिति गठित की थी. सूत्रों के अनुसार, संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में एक साथ चुनाव कराने का विधेयक पेश किए जाने की संभावना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले माह स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' की वकालत करते हुए तर्क दिया था कि बार-बार चुनाव होने से देश की प्रगति में बाधा उत्पन्न होती है.
'एक राष्ट्र, एक चुनाव' का विचार पहली बार 1980 के दशक में प्रस्तावित किया गया था. न्यायमूर्ति बीपी जीवन रेड्डी की अध्यक्षता वाले विधि आयोग ने मई 1999 में अपनी 170वीं रिपोर्ट में कहा था कि हमें उस स्थिति पर वापस जाना होगा, जहां लोकसभा और सभी विधानसभाओं के चुनाव एक साथ होते हैं.
केंद्र ने 'वन नेशन वन इलेक्शन' प्रस्ताव को दी मंजूरी
#NewsAlert | One Nation One Election:
CABINET APPROVES ONE NATION, ONE ELECTION
BIG MOVE TOWARDS ONE NATION ONE POLL
— NDTV (@ndtv) September 18, 2024
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