नई दिल्ली: दुनियाभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि योग इस घातक वायरस से बचाव के लिए एक कारगर उपाय हैं, क्योकि इससे शरीर स्वस्थ रहता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. इस बीच महामारी का फायदा उठाकर कुछ लोग छल कर रहे है. ऐसे ही एक झूठे दावे का पत्र सूचना कार्यालय (Press Information Bureau/ पीआईबी) ने पर्दाफाश किया है.
'पीआईबी फैक्ट चेक' ने एक ट्वीट कर कहा “एक विज्ञापन में यह दावा किया गया है कि 'BPPS' से योगा टीचर ट्रेनिंग कोर्स करने पर 'सरकारी डिप्लोमा' दिया जाएगा.” प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) की ‘पीआईबीफैक्टचेक' (PIB Fact Check) यूनिट ने इस दावे को गलत बताया है. Fact Check: लखनऊ के कृष्णा नगर और जानकीपुरम परीक्षा केंद्रों में JEE 2020 परीक्षा कर दी गई रद्द? PIB ने किया इस वायरल पोस्ट की सच्चाई का खुलासा
दावा : एक विज्ञापन में यह दावा किया गया है कि 'BPPS' से योगा टीचर ट्रेनिंग कोर्स करने पर 'सरकारी डिप्लोमा' दिया जाएगा।
#PIBfactcheck : यह दावा भ्रामक है।@minmsme एवं @moayush ऐसे किसी भी कोर्स से जुड़े हुए नहीं हैं और ना ही ऐसे किसी कोर्स को सरकारी प्रमाणिकता प्रदान करते हैं। pic.twitter.com/DyxHcBMZvq
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) September 2, 2020
ऐसी किसी भी योगा टीचर ट्रेनिंग कोर्स का खंडन करते हुए पीआईबी ने कहा “यह दावा भ्रामक है. एमएसएमई मंत्रालय (Ministry of MSME) एवं आयुष मंत्रालय (Ministry of AYUSH) ने ऐसे किसी भी कोर्स से जुड़े हुए नहीं हैं और ना ही ऐसे किसी कोर्स को सरकारी प्रमाणिकता प्रदान करते हैं.”
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