Coronavirus क्या है? जानें चीन से फैलने वाले रहस्यमयी कोरोनावायरस से जुड़ी हर जानकारी
कोरोनावायरस (Photo Credits: ANI)

Coronavirus: रहस्यमयी कोरोनावायरस (Mysterious Coronavirus) के तेजी से फैलने के कई मामले सामने आ रहे हैं, ऐसे में इस वायरस से निपटना मेडिकल जगत के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है. यह वायरस चीन (China) के वुहान (City of Wuhan) शहर से फैल रहा है और इस वायरस (Virus) की चपेट में आने से चीन में 4 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है. वहीं अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को अपने यहां चीन से फैले इस वायरस के पहले मामले की जानकारी दी. संघीय राज्य अधिकारियों की मानें तो पीड़ित की उम्र 30-35 साल है और वह वुहान से अमेरिका आया है. उसे एहतियात के तौर पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. चीन के वुहान शहर के सीफूड बाजार (Sea Food Market) को इस रहस्यमयी वायरस संक्रमण का केंद्र माना जा रहा है. चीन के वुहान चिकित्सा और स्वास्थ्य आयोग के अनुसार, 20 जनवरी तक वुहान में कुल 220 नए कोरोनावायरस संक्रमित निमोनिया के मामले सामने आए हैं, जिनमें 4 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 25 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.

दरअसल, 31 दिसंबर 2019 को चीनी अधिकारियों ने वुहान शहर में न्यूमोनिया जैसे मामले को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को सतर्क किया था, जिसके बाद निमोनिया की उत्पत्ति का स्थान जानने की कवायद शुरू की गई. अमेरिकी रोग नियंत्रण और रोकथाम सेंटर (सीडीसी) ने एक सीफूड मार्केट की पहचान की जिसे इस रहस्यमयी वायरस का केंद्र माना गया. हालांकि इस सीफूड मार्केट को 1 जनवरी 2020 को बंद कर दिया गया. आए दिन रहस्यमयी कोरोनावायरस से जुड़ी नई जानकारियां सामने आ रही हैं, जिनमें इससे होने वाली परेशानियां, लक्षण और बचाव के तरीके जैसी जरूरी बातें शामिल हैं. चलिए जानते हैं कोरोनावायरस से जुड़ी हर जानकारी, जो आपको पता होनी चाहिए.

कोरोनावायरस क्या है?

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, कोरोनावायरस सी-फूड से जुड़ा है, जिसकी शुरुआत चीन के हुवेई प्रांत के वुहान शहर के एक सी-फूड मार्केट से हुई है. यह वायरस विषाणुओं के परिवार का है, जिसकी चपेट में लोग तेजी से आ रहे हैं. यह वायरस इंसानों के अलावा ऊंट, बिल्ली, चमगादड़ सहित कई पशुओं में प्रवेश कर रहा है. यह भी पढ़ें: Coronavirus: चीन में कोरोनावायरस से मृतकों की संख्या बढ़कर 6 हुई

चीन से फैला यह वायरस

कोरोनावायरस के मामले सबसे पहले चीन में देखने को मिले. खासकर, चीन के हुवेई प्रांत के वुहान शहर में इसका सबसे पहला और घातक प्रभाव देखने को मिला है. चीन के अलावा थाईलैंड, सिंगापुर, जापान में भी कोरानावायरस के मरीज मिल रहे हैं. चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि 11 जनवरी को इस वायरस से मौत का पहला मामला सामने आया था. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 13 जनवरी को थाईलैंड में एक मामला सामने आया, जिससे यह पुष्टि हुई कि यह वायरस चीन की सीमाओं से बाहर फैल गया है. पीड़ित एक चीनी महिला है, जो वुहान की यात्रा से थाईलैंड लौटी थी.

15 जनवरी को चीन के स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि वुहान से फैलने वाले इस वायरस के पीछे इंसान से इंसान संक्रमण की कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इसकी संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता है. इसके अगले दिन जापान में इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया, जो जनवरी की शुरुआत में वुहान में रुका था. इस वायरस की गंभीरता को देखते हुए अमेरिकी सीडीसी ने घोषणा की कि वह वुहान से आनेवाले यात्रियों की सैन फ्रांसिस्को, न्यूयॉर्क के जेएफके और लॉस एंजिल्स हवाई अड्डे पर स्क्रीनिंग शुरू करेगी.

कोरोनावायरस के लक्षण

कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों में आमतौर पर सांस लेने में दिक्कत, जुखाम, खांसी, गले में दर्द और बुखार जैसे सामान्य लक्षण दिखाई देते है, इसके बाद यह बुखार निमोनिया का रूप ले सकता है, जिससे किडनी से जुड़ी कई दिक्कतें बढ़ सकती हैं.

क्या है इसका इलाज? 

कोरोनावायरस से निपटना चिकित्सा जगत के लिए बड़ी चुनौती है. हालांकि अभी तक इस रहस्यमयी वायरस पर अटैक करने वाली कोई वैक्सीन नहीं बनी है, लेकिन लक्षणों पर गौर करते हुए विशेषज्ञ इसके इलाज में दूसरी दवाइयों का इस्तेमाल कर रहे हैं. फिलहाल कोरोनावायरस से लड़ने और इससे पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए वैक्सीन तैयार करने पर काम चल रहा है.

बचाव के तरीके 

जानलेवा है यह वायरस

कोरोनावायरस के बारे में कहा गया था कि यह संक्रमित सी-फूड खाने से लोगों में फैल सकता है. यह वायरस इंसानों और पशुओं में तेजी से फैल रहा है. हाल ही में डब्ल्यूएचओ ने इस बात की पूरी संभावना जताई है कि यह वायरस पीड़ित व्यक्ति से उसके परिवार के अन्य सदस्यों को संक्रमित कर सकता है. अगर कोरोनावायरस से पीड़ित व्यक्ति समय रहते अपना इलाज न कराए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है. लंबे समय तक कोरोनावायरस किसी व्यक्ति पर अपना प्रभाव बनाए रखने में सफल हो जाए तो इससे पीड़ित का जान भी जा सकती है.