बीजिंग. चीन में सार्स जैसे नए विषाणु से कम से कम छह लोगों की मौत के मामले अब तक सामने आ चुके हैं और शीर्ष नेताओं ने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि वे ऐसे मामलों को दबाने की कोशिश न करें, वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) इस खतरनाक बीमारी से लड़ाई के लिये इसे अंतरराष्ट्रीय जन स्वास्थ्य आपदा घोषित करने पर विचार कर रहा है. सरकार द्वारा इस बीमारी पर काबू पाने की कोशिशों के बीच इससे प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर करीब 300 हो गई है. सरकार एक करोड़ 20 लाख की आबादी वाले वुहान शहर से लोगों की आवाजाही पर नजर रख रही है जहां सार्स जैसे विषाणु का पहला मामला दिसंबर में सामने आया था.
बीबीसी की खबर के मुताबिक इस बीमारी को लेकर बुधवार को डब्ल्यूएचओ ने बुधवार को आपातकालीन बैठक बुलाई है जिसमें इसे अंतरराष्ट्रीय लोक स्वास्थ्य आपदा घोषित करने पर विचार होगा- जैसा कि उसने स्वाइन फ्लू और इबोला के समय किया था. यह भी पढ़े-Coronavirus: कोरोनावायरस को लेकर देश के 7 हवाईअड्डों पर अलर्ट जारी, चीन से आने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग के जरिए होगी जांच
अगर ऐसी घोषणा की जाती है तो इसे लेकर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया में समन्वय का तत्काल आह्वान किया जाएगा क्योंकि 24 जनवरी से शुरू हो रहे चीनी नव वर्ष और वसंत उत्सव की छुट्टियों के दौरान लाखों चीनी स्वदेश या अपने देश से दूसरे देश की यात्रा करेंगे। इन लोगों की यात्रा से बीमारी के प्रसार का जोखिम कई गुना बढ़ जाएगा.