कुछ फल, ड्राई फूड्स अथवा वेजिटेबल्स ऐसे होते हैं, जो देखने में हमारे शरीर के अंग विशेष जैसे लगते हैं. लेकिन प्रकृति द्वारा रचे ये अद्भुत फूड्स ना सिर्फ दिखने में हमारे अंग जैसे लगते हैं, बल्कि उन अंगों की रक्षा भी करते हैं. आइए जानें, ऐसे 8 फूड्स के बारे में, जो हमारे अंग विशेष के लिए किसी रामबाण से कम नहीं हैं.
1- गाजर और हमारी आंखें!
आप गाजर को गोलाकार में काटें तो पाएंगे कि उसके बीच का हिस्सा आंख जैसा दिखता है. वे विकीर्ण रेखाओं के पैटर्न जैसे होते हैं, जो पुतली की तरह दिखते हैं. आप जानकर हैरान हो सकते हैं कि ये महज आंख जैसे दिखते ही नहीं हैं, बल्कि आंखों की सेहत के लिए भी लाभकारी होते हैं. गाजर का नारंगी रंग बीटा-कैरोटीन नामक प्लांट केमिकल से मिलता है, जो मोतियाबिंद के डेवलपमेंट को को कम करता है और आंखों की रोशनी को बेहतर बनाता है. गाजर खाने से आंखों में रक्त का प्रवाह सुचारू रहता है. बीटा-कैरोटीन धब्बेदार अध:पतन से बचाता है, जो बढ़ती उम्र की आम समस्या होती है. और 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति को प्रभावित करता है. गाजर विटामिन-ए का प्राथमिक स्रोत है, जो आंखों को सेहतमंद बनाता है, और आंखों की रोशनी की रक्षा करता है. यह भी पढ़ें : चावल खाने वाले हो जाएं सावधान, इससे आपकी सेहत को हो सकते हैं ये बड़े नुकसान
2- टमाटर और हमारा ह्रदय!
टमाटर का आकार एवं रंग हृदय जैसा होता है. लाल पके टमाटर काटने पर अंदर चार कक्ष दिखते हैं, ठीक इसी तरह ह्रदय की संरचना में भी चार कक्ष होते हैं. इनका रंग भी लाल होता है. टमाटर में प्रचुर मात्रा में लाइकोपीन होता है, उच्च लाइकोपीन स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. पूर्व-उच्च रक्तचाप (Prehypertension) या उच्च रक्तचाप वाले रोगी अगर टमाटर से बने खाद्य-पदार्थ का सेवन करें तो सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्तचाप दोनों पर मामूली प्रभाव पड़ता है. टमाटर विटामिन सी का भी बड़ा स्रोत है, जो हृदय को सेहतमंद रखता है.
3- अदरक और पेट
पेट की तरह दिखने वाला अदरक अमूमन मोशन सिकनेस, मॉर्निंग सिकनेस, पेट-दर्द, गैस, दस्त, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, मतली और भूख न लगने जैसी समस्याओं के लिए उपयोग किया जाता है. यह पाचन को सुचारु करता है. एक मान्यता के अनुसार अदरक का उपयोग गत पांच हजार वर्षों से किया जा रहा है. आंत्र ट्यूमर की वृद्धि पर भी नियंत्रण करता है.
4- मशरूम और कान
एक मशरूम को जब बीच से काटा जाता है, तो वह मनुष्य के कान जैसा दिखता है. मशरूम सुनने की क्षमता में सुधार करता है. यह विटामिन डी का बड़ा स्रोत हैं, जो सुनने की हानि को रोकने के लिए आवश्यक है. साथ ही के लिए भी लाभकारी होता है, विशेष रूप से कान में 3 छोटी हड्डियां जो ध्वनि को मस्तिष्क तक पहुंचता हैं, उसे स्वस्थ बनाता है.
5- स्तन और ब्रोकली
ब्रोकली की ऊपरी सतह पर हरे रंग की छोटी-छोटी दाने कैंसर की कोशिकाओं जैसे दिखते हैं. ब्रोकली का नियमित सेवन से प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को 45 प्रतिशत तक कम करता है. ब्रोकली से अलग किए गए यौगिक ब्लैडर कैंसर की प्रगति को रोकने या उसे धीमा करने में मदद कर सकते हैं.
6- एवोकाडो, नाशपाती और महिला का गर्भाशय
एवोकाडो और नाशपाती का शेप भी काफी कुछ महिला के गर्भ और गर्भाशय के शेप जैसा दिखता है. यदि गर्भवती महिला सप्ताह में एक एवोकाडो अथवा नाशपाती का सेवन करती है तो यह जन्म हार्मोन को संतुलित करता है, साथ ही सर्वाइकल कैंसर के जोखिम को भी कम करता है.
7- अखरोट और मानव मस्तिष्क
अखरोट का आकार भी छोटे से मस्तिष्क, जैसा दिखता है. यहां तक कि उसकी झुर्रियां या सिलवटें भी नियोकॉर्टेक्स की तरह होती हैं. प्रतिदिन एक अखरोट का सेवन करने से मस्तिष्क के भीतर तीन दर्जन से अधिक न्यूरॉन-ट्रांसमीटर विकसित होते हैं, जो मस्तिष्क कोशिकाओं के बीच नए मैसेज लिंक को संकेत देने और प्रोत्साहित करने में मदद करता है. उनके पास ओमेगा-3 फैटी एसिड की बहुत अधिक मात्रा होती है. अखरोट में फोलिक एसिड (विटामिन बी9), और विटामिन ई का भी अच्छा स्रोत है और इसमें अधिक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं.
8- अंगूर एवं संतरा और महिला की स्तन ग्रंथियां
अंगूर और संतरा के अंदरूनी हिस्से को ध्यान से देखें तो यह महिला के स्तन ग्रंथियों की तरह दिखता है. इनका सेवन करने से स्तनों के स्वास्थ्य और इसके अंदर और बाहर के लिम्फ के संचालन में सहायता करता है. चकोतरे में लिमोनोइड्स नामक पदार्थ होते हैं, जो स्तन कैंसर को बढ़ने से रोकते हैं.