Telangana Cyber Crime Cases: साल 2022 के दौरान तेलंगाना में साइबर अपराध में 57 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Social Media)

हैदराबाद: तेलंगाना (Telangana) में 2022 के दौरान कुल अपराध दर में 4.44 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. निवर्तमान पुलिस महानिदेशक महेंद्र रेड्डी (Mahendra Reddy) द्वारा जारी वार्षिक अपराध रिपोर्ट (Annual Crime Report) से भी पता चलता है कि साइबर अपराध (Cyber Crime) में 57 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. 2022 के दौरान कुल 1,42,917 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2021 में 1,36,841 मामले दर्ज किए गए थे, राज्य में चालू वर्ष के दौरान 13,895 साइबर अपराध के मामले देखे गए, जबकि 2021 में 8,839 मामले दर्ज किए गए थे.

साइबर अपराध के मामले में पिछले वर्ष की तुलना में 2022 के दौरान 57 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है. सफेदपोश अपराध में 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. महिलाओं के खिलाफ अपराध में भी 3.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. अपहरण के मामलों में 15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

डीजीपी के मुताबिक, फायदे के लिए हत्या के मामलों में 52 फीसदी की कमी आई है. डकैती के मामलों में भी 35 फीसदी की कमी आई है. राज्य में हत्या के मामलों में 12.5 प्रतिशत और बलात्कार के मामलों में 17 प्रतिशत की कमी आई है. अपराध रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि वर्ष के दौरान सीसीटीवी फुटेज की मदद से 18,234 मामलों का पता लगाया गया. राज्य में 10.25 लाख सीसीटीवी कैमरे हैं.

टीमों ने सार्वजनिक स्थानों पर उत्पीड़न के लिए महिलाओं की 6157 शिकायतों पर ध्यान दिया, जिसके परिणामस्वरूप 2,128 एफआईआर, 864 छोटे मामले, 1,842 परामर्श, 1,323 को चेतावनी देकर छोड़े गए हैं. महेंद्र रेड्डी ने कहा कि पूरे साल तेलंगाना बड़ी हिंसा से जुड़ी किसी भी कानून और व्यवस्था की समस्या से मुक्त रहा है. साल भर के सभी महत्वपूर्ण त्योहारों के बंदोबस्त प्रभावी ढंग से आयोजित किए गए हैं, जिसके परिणामस्वरूप घटना-मुक्त उत्सव मनाए गए.

इस साल हैदराबाद में अत्याधुनिक इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का उद्घाटन हुआ. डीजीपी ने कहा कि यह सुविधा वन स्टेट-वन सर्विस-वन एक्सपीरियंस देने के तेलंगाना पुलिस के इरादे के अनुरूप तकनीक, सिस्टम और प्रक्रियाओं को एक साथ लाती है. तेलंगाना पुलिस ने जनता को मौजूदा तकनीक और नागरिकों के उपयोग के लिए लागू अनुप्रयोगों का उपयोग करके उन तक पहुंचने के लिए प्रोत्साहित किया. इस तरह, जनता मौजूदा अनुप्रयोगों, तकनीकों से अच्छी तरह वाकिफ हो गई है और ऑनलाइन पद्धति से परिचित हो गई है, पुलिस स्टेशनों से संपर्क किए बिना ऑनलाइन याचिकाएं दर्ज करने में भारी वृद्धि हुई है.

पुलिस प्रमुख ने कहा कि वर्ष के दौरान राज्य में दो हत्याओं, तीन आईईडी विस्फोट, एक आगजनी और एक धमकी सहित 7 घटनाओं को छोड़कर कोई बड़ी माओवादी हिंसा की सूचना नहीं मिली. पुलिस ने 120 माओवादियों को गिरफ्तार किया जबकि 32 चरमपंथियों ने आत्मसमर्पण किया. पुलिस ने 14-आग्नेयास्त्र, गोला-बारूद, विस्फोटक आदि और 12.65 लाख रुपये नकद जब्त किए हैं.