चेन्नई, 16 जुलाई: तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) का विरोध जारी रखे हुए है मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य ने एनईईटी को खत्म करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को एक नया प्रतिरूप दिया है. यह भी पढ़े: NEET UG 2023 Exam: नीट की परीक्षा आज, यहां जानें ड्रेस कोड समेत रिपोर्टिंग टाइम और साथ ले जाने वाले जरूरी डॉक्यूमेंट्स
मंत्री ने कहा कि इस दौरान नीट परीक्षा छूट पर राज्य सरकार की याचिका के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय से जो स्पष्टीकरण मांगा था, उसका जवाब आ गया है मा सुब्रमण्यम ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय उन्हें और राज्य के स्वास्थ्य सचिव को नीट के संबंध में बातचीत करने के लिए जल्द ही नई दिल्ली बुलाएगा.
उन्होंने यह भी कहा कि केवल तमिलनाडु ही नहीं बल्कि उत्तराखंड जैसे राज्य भी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) और नेशनल एग्जिट टेस्ट (नईएक्सटी) के विरोध में हैं मंत्री ने कहा कि कई छात्रों ने भी नीट पर आपत्ति जताई है मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों को मिलाकर 6326 एमबीबीएस सीटें हैं उन्होंने कहा कि राज्य में बीडीएस कोर्स के लिए 1768 सीटें होंगी.
गौरतलब है कि पिछले साल तमिलनाडु में 6067 एमबीबीएस सीटें और 1380 बीडीएस सीटें थीं सरकारी स्कूल के छात्रों के लिए 7.5 प्रतिशत कोटे के तहत सीटों की संख्या इस वर्ष एमबीबीएस के लिए 473 और बीडीएस के लिए 133 सीटें हैं तमिलनाडु में 36 सरकारी मेडिकल कॉलेज, एक ईएसआई मेडिकल कॉलेज, 21 स्व-वित्त चिकित्सा कॉलेज और 13 डीम्ड मेडिकल कॉलेज हैं.