Cyclone Shakti: बंगाल की खाड़ी में आ रहा है तूफान, चक्रवात शक्ति को लेकर तमिलनाडु के तटीय इलाकों में अलर्ट
Representational Image | PTI

Cyclone Shakti Update: बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के साथ ही मौसम विभाग ने तमिलनाडु के तटीय इलाकों के लिए चक्रवाती तूफान शक्ति (Cyclone Shakti) की चेतावनी जारी कर दी है. यह तूफान धीरे-धीरे ताकतवर बनता जा रहा है और इसके असर से राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश, तेज हवाएं और समुद्री लहरें उठने की आशंका है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) की निगरानी में यह सिस्टम लगातार सक्रिय बना हुआ है और इसकी दिशा और गति पर नजर रखी जा रही है.

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चक्रवात ‘शक्ति’ के नजदीक आने के चलते समुद्री इलाकों में रहने वाले लोगों और मछुआरों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है. उन्हें अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है. स्थानीय प्रशासन ने भी एहतियात के तौर पर तटीय गांवों में राहत और बचाव दलों को सक्रिय कर दिया है.

किन बंदरगाहों पर कितना खतरा?

मौसम विभाग ने सात प्रमुख बंदरगाहों चेन्नई, कडलूर (Cuddalore), नागपट्टिनम, एन्नोर, कट्टुपल्ली, पुडुचेरी और कराईकल पर चक्रवात की चेतावनी नंबर 1 जारी की है. यह चेतावनी बताती है कि तूफान की संभावना बनी हुई है और सतर्कता की जरूरत है.

वहीं, पंबन और तूतिकोरिन (Tuticorin) बंदरगाहों पर चक्रवात चेतावनी नंबर 3 जारी की गई है, जो अधिक गंभीर स्थिति को दर्शाता है. इसका मतलब है कि वहां तूफान का खतरा ज्यादा है और तेज हवाएं व ऊंची लहरें उठ सकती हैं.

तमिलनाडु के तटीय इलाकों में तूफान की दस्तक

प्रशासन अलर्ट

प्रशासन ने आपात स्थिति से निपटने के लिए बंदरगाहों और समुद्री तटों पर साइक्लोन वार्निंग सिग्नल सक्रिय कर दिए हैं. संभावित प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर बनाए जा रहे हैं, जहां ज़रूरत पड़ने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके. साथ ही, अस्पताल, बिजली आपूर्ति और संचार व्यवस्था को भी अलर्ट पर रखा गया है.

IMD की लगातार निगरानी जारी

भारतीय मौसम विभाग लगातार चक्रवात की स्थिति पर नजर रखे हुए है. मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले 48 घंटे इस चक्रवात की दिशा और ताकत तय करेंगे. अगर तूफान और शक्तिशाली होता है, तो तमिलनाडु और पुडुचेरी के कुछ हिस्सों में भारी नुकसान की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. इसलिए समय रहते सतर्कता और तैयारियां ही सबसे बड़ा बचाव हैं.