Haryana Assembly Elections Result: हरियाणा में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव संपन होने के बाद इन वोटों की गिनती 24 अक्टूबर यानी आज सुबह से ही शुरू है. गिनती शुरू होने के बाद से ही रुझान आने शुरू हो गए है. इन सीटों से किस उम्मीदवार को जीत मिल रही है और कौन चुनाव हार रहा है. इसका पता कुछ ही समय में चल जाएगा. रुझान को लेकर नेता के साथ ही मतदाता भी काफी उत्साहित हैं. नेता जहां शुरुआती रुझान को देख खुश हो रहे हैं. वही मतदाता जिस उम्मीदवार को वोट दिया है शुरुआती रुझान में उसे जीतता हुआ देख वे भी उत्साहित हो रहे है.
हरियाणा विधानसभा सीट की बात करे तो इस राज्य में कुल 90 सीटों है. इन प्रमुख सीटों में फरीदबाद जिले की 6 सीटें शामिल हैं. जिसमे पृथला, फरीदाबाद एनआईटी, बड़खल, बल्लभगढ़, फरीदाबाद, तिगांव, शामिल है. इन सीटों पर भी चुनाव के बाद आज गिनती शुरू होने के बाद से ही रुझान और नतीजे आने शुरू हो गए हैं. यह भी पढ़े: Assembly Election Results 2019: महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आज, थोड़ी देर में शुरू होगी वोटो की गिनती
1- पृथला विधानसभा:
फरीदाबाद जिले की पृथला विधानसभा सीट पर वर्त्तमान में मायावती की पार्टी बीएसपी (BSP)काबिज है. 2014 विधानसभा चुनाव में पृथला सीट से बीएसपी से पं टेकचंद शर्मा विरोधी पार्टी के नेताओं को पटखनी देते हुए जीत हासिल की थी. लेकिन चुनाव से ठीक पहले बीजेपी में शामिल होने पर बीजेपी ने उन्हें टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा. तो वहीं कांग्रेस से रघुवीर तवेतिया इंडियन नेशनल लोकदल (INLD)से नरेंद्र सिंह, जननायक जनता पार्टी (JJP) से शशी बाला के साथ बीएसपी और निर्दलीय के कुछ उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे थे.
2- फरीदाबाद एनआईटी विधानसभा:
फरीदाबाद एनआईटी विधानसभा सीट पर 2014 में हुए चुनाव में इस सीट से इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) से नागेंद्र भडाना को जीत हासिल हुई थी. उन्हें कुल 45,740 वोट मिले थे. जबकि दूसरे नंबर पर निर्दलीय उम्मीदवार पंडित शिव चरण लाल शर्मा थे. इस बार के विधानसभा चुनाव में कांगेस से नीरज शर्मा, बीजेपी से नरेंद्र गुप्ता ,बसपा से करामत अली, इनेलो से जगजीत पन्नू, जेजेपी से तेजपाल, चुनाव मैदान में उतरे थे. ऐसे में इस सीट से किस नेता को जीत का सेहरा बंधता है. वोटों की गिनती शुरू होने के बाद रुझान भी आने शुरू हो गए हैं. जो कुछ ही समय बात इस बात का पता चल जाएगा कि इस सीट से कौन जीत रहा है.
3- बड़खल विधानसभा:
फरीदाबाद जिले की बड़खल विधानसभा सीट पर भारतीय जनता बीजेपी का कब्जा है. 2014 के विधान सभा चुनाव में लोगों ने बीजेपी की उम्मीदवार सीमा त्रिखा को चुनाव में जीताकर विधानसभा भेजा था. कांग्रेस ,जेजेपी के लोगों ने जरूर चुनाव लड़ा लेकिन मोदी लहर के सामने कोई भी टिक नहीं सका. इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सीमा त्रिखा को फिर से टिकट दिया . जिनका मुकाबला इनेलो (INLD) से अजय कुमार और जेजेपी (जननायक जनता पार्टी) से इस्लामुद्दीन, कांग्रेस से महेंद्र प्रताप सिंह हुआ.
4- बल्लभगढ विधानसभा:
बड़खल विधान सभा सीट की तरह बल्लभगढ सीट पर भी बीजेपी का कब्जा हैं. 2014 विधानसभा चुनाव में इस सीट से मूलचंद शर्मा जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचे थे. इनके सामने कांग्रेस ,इनेलो समेत दूसरी अन्य पार्टी के एक भी नेता इनके सामने नहीं टिक सके. हलांकि जीत को लेकर सभी पार्टी के नेताओं ने जी जान लगा दिया था. लेकिन जनता ने बीजेपी उम्मीदवार मूलचंद शर्मा को वोट देकर चुनाव जीताया था. इस बार के चुनाव में इस सीट पर कुल 11 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें बीजेपी से मूलचंद शर्मा, कांग्रेस से आनंद कौशिक, इनेलो से रोहताश, बसपा से अरूणा विशाला प्रमुख उम्मीदवार मैदान में रहें. रुझान आने शुरू हो गए हैं और इस सीट से चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशी अपने को जीत को लेकर दंभ भर रहे हैं.
5- फरीदाबाद विधानसभा:
देश की राजधनी दिल्ली से सटे फरीदाबाद विधानसभा सीट काफी हाई प्रोफाइल मानी जाती है. 2014 के विधान सभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी उम्मीदवार वीपुल गोयल जीत हासिल हुई थी. इस बार बीजेपी इस सीट से वर्तमान विधायक वीपुल गोयल को टिकट ना देकर नरेंद्र गुप्ता को चुनाव मैदान उतारा . जिनका सीधा मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार लखन कुमार सिंगला और इनेलो से सुमेश चंदेला और दूसरे अन्य प्रत्याशियों हुआ .
6- तिगांव विधानसभा:
फरीदाबाद जिले की पांच सीटों को छोड़ दे तो एक मात्र छठें सीट तिगांव पर कांग्रेस का कब्जा हैं. 2014 में मोदी लहर के बाद भी इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार ललित नागर जीत हासिल करने में कामयाब हुए थे. कांग्रेस पार्टी एक बार फिर से ललित नागर को टिकट देकर चुनाव के रन में उतारा जिनका मुकाबला बीजेपी से मंजू और जेजेपी से प्रदीप कुमार बनकुरा प्रमुख उम्मीदवार से हुआ. देखने वाली बात होगी कि 2014 में मोदी लहर के बाद भी ललित नागर चुनाव जीतने में कामयाब हुए थे. इस बार मोदी लहर पहले से कहीं ज्यादा हैं. ऐसे में नागर को इस सीट से दूबारा जीत मिलती है या नहीं रुझान आने के अंतिम समय के बाद ही कुछ कहा जा सकता है