महाराष्ट्र में जारी सियासी खींचतान पर असदुद्दीन ओवैसी का तंज, कहा- ये 50-50 क्या है, नया बिस्किट है?
असदुद्दीन ओवैसी (Photo Credits: ANI)

महाराष्ट्र (Maharashtra) में सत्ता पर घमासान जारी है. सीएम पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना में तकरार बढ़ता जा रहा है. सूबे का मुख्य्ममंत्री कौन होगा इस पर सस्पेंस बरकरार है. इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने महाराष्ट्र की सियासत पर तंज कसा है. ओवैसी ने पूछा है कि ये 50-50 क्या है? क्या ये एक नया बिस्किट है? ओवैसी शिवसेना (Shiv Sena) और बीजेपी (BJP) पर निशाना साधते हुए कहा, इन लोगों को लोगों की समस्याओं की कोई चिंता नहीं है. कितना 50-50 करोगे? कुछ महाराष्ट्र की जनता के लिए भी बचाकर रखिए. बीजेपी और शिवसेना को सतारा में हुई बारिश से हुए नुकसान पर कोई चिंता नहीं है. वे सभी 50-50 की बात कर रहे हैं. यह किस तरह का 'सबका साथ सबका विकास' है?'

ओवैसी ने उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) पर निशाना साधता हुए कहा, " उद्धव ठाकरे दो घोड़ों पर सवारी करना चाहते हैं. जनता को मूर्ख ना बनाएं. ओवैसी ने कहा कि उद्धव ठाकरे अगर मुख्यमंत्री पद चाहते हैं तो दो घोड़ों पर सवारी नहीं कर सकते. ऐसा लगता है कि उद्धव ठाकरे प्रधानमंत्री मोदी से घबरा गए हैं.

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ओवैसी ने पूछा ये 50-50 क्या है, नया बिस्किट है?

चुनाव नतीजे आने के एक सप्ताह बाद से अधिक समय गुजर गया है, लेकिन सूबे में सरकार को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है. शिवसेना अपने फिफ्टी-फिफ्टी के फार्मूले पर अड़ी है. वहीं बीजेपी साफ कर चुकी है कि अगले पांच साल तक देवेंद्र फडणवीस ही मुख्यमंत्री होंगे. इस बीच शिवसेना बीजेपी के साथ सरकार बनाने की संभावनाओं छोड़कर अन्य विकल्प भी तलाश रही है. महाराष्ट्र की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर तक है. ऐसे में अगर 9 नवंबर तक राज्य में नई सरकार का गठन नहीं होता है तो महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाया जाएगा. बीजेपी के मंत्री पहले ही इस तरह से संकेत दे चुके हैं.

हाल में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी 105 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं. वहीं, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं. महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत 145 है. सूबे में बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था, और सरकार बनाने का वादा भी किया था, लेकिन नतीजों के बाद से ही दोनों पार्टियों के बीच खींचतान जारी है.