Online Fraud Alert: फ्रॉड का यह नया तरीका आपको बना सकता है कंगाल, 5 रुपये डिलीवरी फीस के चक्कर में महिला ने गवाएं 1.3 लाख
Online Fraud (Photo: pixabay)

अहमदाबाद: देशभर में समय-समय पर नए तरह के स्कैम आते रहे हैं. अब साइबर चोरों ने लोगों को ठगने के लिए एक नया तरीका (New Online Scam) निकाला है. यह नया तरीका है डिलीवरी स्कैम. गुजरात के अहमदाबाद के एक हालिया मामले में, एक महिला ने कथित तौर पर कूरियर डिलीवरी स्कैम में फंसकर 1.38 लाख रुपये गंवा दिए. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 25 वर्षीय फैशन डिजाइनर मितीक्षा शेठ को अपना पार्सल प्राप्त करने के लिए एक लिंक दिया गया जिसपर क्लिक करने के बाद उनके अकाउंट से 1.38 लाख रुपये उड़ गए. यूट्यूब वीडियो लाइक कर पैसे कमाने की कोशिश में शख्स ने गंवाए 1.3 करोड़ रुपये.

फैशन डिजाइनर महिला कपड़ों के एक पार्सल का इंतजार कर रही थी जो उसने पालडी में एक दर्जी को सिलने के लिए दिया था. ऑर्डर पूरा होने के बाद, दर्जी ने उसे सूचित किया कि ऑर्डर डिलीवरी के लिए भेज दिया गया है. इस कॉल के 2-3 दिन बाद भी, जब महिला को उसका पार्सल मिला, तो उसने दर्जी द्वारा दिए गए कूरियर डिटेल्स का उपयोग करके ऑर्डर को ट्रैक किया.

वेबसाइट पर पार्सल को ट्रैक करने के कुछ मिनट बाद महिला को एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया जिसने खुद को कूरियर फर्म का कर्मचारी बताया. इस शख्स ने महिला को बताया कि उसे पार्सल प्राप्त करने के लिए डिलीवरी शुल्क का भुगतान करना होगा, इसी के बाद उसे पार्सल मिल सकता है. इस शख्स ने महिला को 5 रुपये डिलीवरी फीस देने के लिए कहा.

कॉल करने वाले शख्स ने इसके बाद महिला को लिंक शेयर किया और लिंक के जरिए 5 रुपये का भुगतान करने के लिए कहा. शख्स ने भुगतान के बाद, उसे एक बार फिर अतिरिक्त शुल्क के रूप में 5 रुपये का भुगतान करने के लिए कहा गया. महिला ने बताया, "दूसरे लेनदेन के बाद, मुझे ऑनलाइन धोखाधड़ी का शक हुआ और इसलिए मैंने अपना बैंक अकाउंट डीएक्टिव कर दिया. मैंने 13 मई से 21 मई के बीच अपने सेलफोन का उपयोग नहीं किया क्योंकि मैं यात्रा पर थी."

हालांकि, कॉल के कुछ दिन बाद जब पीड़िता ने अपना अकाउंट चेक किया तो उसके बैंक बैलेंस में पैसे कम थे. महिला ने बताया कि डिटेल्स के लिए जब मैं बैंक ब्रांच गई तो मुझे चला कि 12 मई और 13 मई को चार लेनदेन में उसके खाते से 1.38 लाख रुपये डेबिट किए गए थे. इसके बाद महिला ने साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर कॉल किया और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के तहत धोखाधड़ी और विश्वास के उल्लंघन की शिकायत दर्ज कराई.