![Mauni Amavasya 2025 Kab Hai: मौनी अमावस्या पर दूसरा अमृत स्नान, बनेगा शक्तिशाली राजयोग; जानें महाकुंभ से इसका खास कनेक्शन (Watch Video) Mauni Amavasya 2025 Kab Hai: मौनी अमावस्या पर दूसरा अमृत स्नान, बनेगा शक्तिशाली राजयोग; जानें महाकुंभ से इसका खास कनेक्शन (Watch Video)](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2025/01/Untitled-design-47-380x214.jpg)
Prayagraj Maha Kumbh 2025: हिंदू धर्म में मौनी अमावस्या का विशेष महत्व है. माघ मास की अमावस्या को मौन रहकर आत्मनिरीक्षण और संगम (गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती) में स्नान करने का दिन माना जाता है. इस बार मौनी अमावस्या 29 जनवरी 2025 को पड़ रही है, जो कि 28 जनवरी की रात 10:05 बजे से शुरू होकर 29 जनवरी की रात 8:35 बजे तक रहेगी. मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान से पिछले पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. मौनी अमावस्या पर दान और सेवा का विशेष महत्व है.
इस वर्ष मौनी अमावस्या को शनि और बुध के शक्तिशाली योग ने इसे और भी खास बना दिया है. ज्योतिषियों के अनुसार, यह दिन कई राशियों के लिए शुभ संकेत लेकर आया है.
'मौनी अमावस्या' महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान
मौनी अमावस्या – महाकुम्भ का दूसरा अमृत स्नान
महाकुम्भ का दूसरा अमृत स्नान मौनी अमावस्या (29 जनवरी 2025) को होगा, और अब इस अवसर के लिए केवल 1 दिन शेष हैं।
अगर आप भी इस दिव्य अवसर का लाभ उठाना चाहते हैं, तो 29 जनवरी 2025 को प्रयागराज में आकर इस पवित्र स्नान में भाग लें।
🗓️ 29… pic.twitter.com/Iy3X6ZBx7k
— Mahakumbh (@MahaKumbh_2025) January 27, 2025
10 करोड़ श्रद्धालु कर सकते हैं स्नान
इस पावन अवसर पर संगम में डुबकी लगाने के लिए अभी से श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया है. सरकारी आंकडों के अनुसार, मौनी अमावस्या पर शाही स्नान के लिए करीब 10 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है. हालांकि, प्रशासन ने इस विशाल आयोजन के लिए 12 करोड़ श्रद्धालुओं की व्यवस्था की है.
आयोजन की भव्य तैयारियां
प्रयागराज प्रशासन ने इस आयोजन के लिए व्यापक तैयारियां की हैं. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई गई और ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया गया. साथ ही, गंगा तट पर श्रद्धालुओं के लिए मेडिकल कैंप और सहायता केंद्र भी स्थापित किए गए. प्रशासन और पुलिस ने मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है और पार्किंग क्षेत्रों को सक्रिय कर दिया गया है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूरे क्षेत्र में बैरिकेडिंग, वॉच टावर और सघन निगरानी की गई है.
Disclaimer: यहां दी गई शुभ मुहूर्त की जानकारी सामान्य मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है. Latestly.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.