
फरवरी का महीना निवेशकों के लिए बेहद कठिन साबित हुआ और आखिरी दिन भी कोई राहत नहीं मिली. भारतीय शेयर बाजार में आज भारी गिरावट देखी गई, जिससे निवेशकों के 6.64 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए. सेंसेक्स और निफ्टी में तेज गिरावट दर्ज की गई, जिससे बाजार में हाहाकार मच गया.
शेयर बाजार में भारी गिरावट
आज मार्केट खुलते ही निवेशकों को बड़ा झटका लगा. बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 843.27 अंक यानी 1.13% गिरकर 73,769.16 पर पहुंच गया. वहीं, निफ्टी 50 (Nifty 50) भी 255.75 अंक यानी 1.13% लुढ़ककर 22,289.30 पर आ गया.
क्यों आई बाजार में गिरावट?
इस भारी गिरावट के पीछे कई अहम कारण रहे:
- अमेरिकी टैरिफ नीति: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 4 मार्च और 2 अप्रैल से नए टैरिफ लागू करने की घोषणा के चलते वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता बढ़ गई.
- वैश्विक बाजारों का असर: अमेरिकी और एशियाई बाजारों में कमजोरी का असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा.
- आईटी और ऑटो सेक्टर पर दबाव: आईटी और ऑटो सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट रही, जिससे संपूर्ण बाजार पर नकारात्मक असर पड़ा.
निवेशकों की दौलत में भारी गिरावट
27 फरवरी 2025 को बीएसई पर लिस्टेड सभी शेयरों का कुल मार्केट कैप 3,93,10,210.53 करोड़ रुपये था, जो 28 फरवरी 2025 को गिरकर 3,86,46,106.34 करोड़ रुपये पर आ गया. इसका मतलब निवेशकों की पूंजी 6,64,104.19 करोड़ रुपये घट गई.
सिर्फ रिलायंस दिखा हरियाली में
सेंसेक्स पर सिर्फ एक स्टॉक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, मामूली बढ़त में रहा, जबकि अन्य सभी प्रमुख स्टॉक्स में गिरावट दर्ज की गई. सबसे ज्यादा गिरने वाले स्टॉक्स में इंडसइंड बैंक, एमएंडएम और टेक महिंद्रा शामिल रहे.
बीएसई पर 590 शेयर एक साल के निचले स्तर पर
बीएसई पर आज कुल 3,263 शेयरों की ट्रेडिंग हुई, जिनमें:
- 544 शेयरों में बढ़त रही.
- 2599 शेयर लाल निशान पर बंद हुए.
- 120 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ.
- 590 शेयर एक साल के निचले स्तर पर पहुंच गए.
- 39 शेयर अपर सर्किट में पहुंचे.
- 172 शेयर लोअर सर्किट में रहे.
क्या आगे भी रहेगा बाजार पर दबाव?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगले कुछ दिनों तक बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है. अमेरिकी नीति, वैश्विक बाजारों की स्थिति और भारतीय अर्थव्यवस्था से जुड़े आंकड़े निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे. निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें और निवेश से पहले अच्छी रिसर्च करें.