Himachal Flood Update: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश (Himachal Rain Alert) ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. प्रशासन ने कुल्लू, मनाली और ऊना समेत 10 जिलों में ऑरेंज अलर्ट (IMD Orange Alert) जारी किया है, जबकि चंबा, कांगड़ा और मंडी में रेड अलर्ट भी जारी किया गया है. सभी स्कूल, कॉलेज और आंगनवाड़ी केंद्र फिलहाल बंद कर दिए गए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और नदियों-नालों के पास न जाने की चेतावनी दी गई है. कांगड़ा जिले में पिछले 24 घंटों से भारी बारिश जारी है. इस लगातार बारिश के कारण कई सड़कें और गलियां पानी में डूब गई हैं और कुछ वाहन भी पानी में तैरते हुए देखे गए.
नदी में समा गया पुल का बड़ा हिस्सा
हिमाचल प्रदेश: यह कांगड़ा का धंगू क्षेत्र है, जो इंदौरा के अंतर्गत आता है... यहां भारी बारिश के बाद चक्की पुल का एक बड़ा हिस्सा ढह कर पानी मे समा गया...
देखें वीडियो pic.twitter.com/byCY5F49Ci
— Akhilesh Tiwari (अखिलेश तिवारी) (@Akhilesh_tiwa) August 25, 2025
पानी में तैर रही हैं गाड़ियां
वीडियो कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) का है। गाड़ियाँ पानी में तैर रही हैं। मानसून के आख़िरी चरण में भारी बारिश त्रासदी लेकर आई है। pic.twitter.com/6uNJHoH8QB
— Bhadohi Wallah (@Mithileshdhar) August 25, 2025
कांगड़ा जिले में बाढ़-बारिश से तबाही
सबसे गंभीर स्थिति चक्की नदी पर बने पुराने पुल की है, जो पठानकोट को हिमाचल से जोड़ता है. नदी में आई भारी बाढ़ के कारण पुल का एक बड़ा हिस्सा बह गया है. गनीमत रही कि पुल पर वाहनों और पैदल यात्रियों की आवाजाही रोक दी गई थी.
इंदौरा क्षेत्र के कई वार्ड जलमग्न हैं, लगभग 300 लोग प्रभावित हुए हैं और एनडीआरएफ की टीम ने 11 लोगों को बचाने में मदद की है. धर्मशाला में कई घर बह गए हैं, सड़कें बंद हैं और एक असुरक्षित बहुमंजिला इमारत ढह गई है, हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ है.
भूस्खलन से 15 भेड़-बकरियों की मौत
शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में भी भूस्खलन ने तबाही मचाई है. धार चचोट गांव में कई घर और गौशाला क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे 15 भेड़-बकरियां मर गईं. विधायक और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रभावित परिवारों को मदद का आश्वासन दिया.
स्थानीय प्रशासन और राहत दल लगातार बचाव और राहत कार्यों में लगे हुए हैं। लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की गई है .भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए, राहत और बचाव दल लगातार निगरानी और मदद के लिए तैनात हैं













QuickLY