कोरोना पर वॉर के लिए योगी सरकार तैयार, 27 मार्च तक पूरा उत्तर प्रदेश लॉकडाउन- 10 हजार आइसोलेशन बेड का हो रहा इंतजाम
योगी आदित्यनाथ (Photo Credits: PTI)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण बढता जा रहा है. राज्य में चार नए कोविड-19 (COVID-19) संक्रमित केस सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने राज्य को कल से 3 दिन के लिए लॉकडाउन (Lockdown) करने का ऐलान किया. इससे पहले कोरोना वायरस संकट को बढ़ता देख सूबे को 25 मार्च तक लॉकडाउन करने के आदेश दिया गया था.

मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में लॉकडाउन को 27 मार्च तक बढ़ा दिया है. दरअसल सोमवार को कानपुर, पीलीभीत, जौनपुर और गजियाबाद में एक-एक कोरोना पॉजिटिव पाए गए. जिससे राज्य में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 33 हो गई. हालांकि राज्य सरकार ने हर उस जिले को लॉकडाउन करने का फैसला किया है जहां पर संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. इस महामारी की जद में यूपी अब तक कुल 17 जिले आ चुके है. उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के 4 नये मामले, लद्दाख में भी 8 संक्रमित

महामारी को राज्य में फैसलें से रोकने के लिए उत्तर प्रदेश की सभी अंतरराष्ट्रीय एवं अंतरराज्यीय सीमाओं को सील कर दिया गया है. जबकि लॉकडाउन में असहयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. सोमवार को आईपीसी की धारा 188 के तहत 228 मुकदमे दर्ज किए गए. 10754 वाहनों का चालान किया गया जबकि 645 वाहन सीज किए गए.

इसके अलावा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है. राज्य में अब तक 2000 आइसोलेशन बेड है, जो विभिन्न जनपदों के वार्डों में मौजूद है. जिसे तीन दिनों में बढाकर 10,000 तक किया जा रहा है. इस बीच मुख्यमंत्री योगी ने कोरोना राहत की पहली किस्त जारी कर दी. जिसके तहत प्रदेश के 20 लाख गरीब लोगों को एक हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी.

उल्लेखनीय  है कि राज्यभर से अब 1487 संदिग्ध मरीजों के नमूने जांच के लिए भेजे जा चुके हैं. जिनमें 1325 मरीजों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई. वहीं 131 संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट का अभी इंतजार किया जा रहा है. जबकि इलाज के बाद अब तक 11 संक्रमितों को डिस्चार्ज किया जा चुका है.