नई दिल्ली: भारत में अभी कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी नियंत्रण में है, हालांकि अफ्रीकी देश में मिले कोरोना वायरस के नए घातक वेरियंट बी.1.1.529 (Botswana Variant) ने देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है. इससे संक्रमित बोत्सवाना में तीन, दक्षिण अफ्रीका में छह और हांगकांग में एक मामला सामने आया है. वहीं, केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड के नए स्वरूप के प्रति अलर्ट किया है. वीजा प्रतिबंधों में ढील और अंतरराष्ट्रीय यात्रा शुरू होने के चलते इसे भारत के लिए भी एक बड़ा खतरा माना जा रहा है. Uttar Pradesh: ‘बोत्सवाना’ वैरिएंट को लेकर यूपी ने जारी किया अलर्ट
केंद्रीय स्वास्थ सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में इन देशों से आने वाले सभी यात्रियों की कड़ी जांच सुनिश्चित करने को कहा है. उधर, उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड-19 वायरस के नए वैरिएंट के खिलाफ अलर्ट जारी कर अधिकारीयों से उचित कदम उठाने के लिए कहा है.
अधिक व्यापक एवं संक्रामक
विशेषज्ञों के अनुसार हांगकांग और बोत्सवाना सहित तीन देशों में फैल चुका यह कोरोना वायरस का सबसे म्यूटेंट वर्जन है. इसके बारे में संभावना जताई जा रही है कि यह वेरिएंट अधिक व्यापक एवं संक्रामक है. कुछ रिपोर्ट्स से पता चला है कि दक्षिण अफ्रीका में पाया गया नया कोविड-19 वैरिएंट मुख्य रूप से 25 वर्ष से कम आयु के लोगों को प्रभावित कर रहा है, जहां वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन दर केवल 26 प्रतिशत है.
No case of COVID19 variant B.1.1.529 has been reported in India so far: Official Sources
— ANI (@ANI) November 26, 2021
वैज्ञानिकों ने बताया है कि बोत्सवाना वेरिएंट के 32 नए म्यूटेंट बन गए हैं. नए म्यूटेंट कोविड का सबसे ज्यादा विकसित रूप हैं और ये काफी खतरनाक भी हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि इसमें 32 म्यूटेंट हैं, जिनमें से कई का सुझाव है कि यह तेजी से फैलने वाला और वैक्सीन प्रतिरोधी है और इसके स्पाइक प्रोटीन में किसी भी अन्य प्रकार की तुलना में अधिक परिवर्तन होते हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के एक आनुवंशिकीविद् प्रोफेसर फ्रेंकोइस बलौक्स ने कहा कि यह संभवत: एक प्रतिरक्षाविहीन रोगी में एक लंबे समय तक चलने वाले संक्रमण के रूप में उभरा और यह संभवत: कोई ऐसा व्यक्ति रहा होगा, जिसे एड्स है.
डेल्टा स्ट्रेन से ज्यादा खतरनाक
इंपीरियल कॉलेज के एक वायरोलॉजिस्ट डॉ. टॉम पीकॉक, जिन्होंने सबसे पहले इसके प्रसार पर गौर किया, उन्होंने वेरिएंट के म्यूटेशन को भयानक बताया है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यह वेरिएंट जिसका वैज्ञानिक नाम बी.1.1.529 है, विश्व भर में प्रमुख डेल्टा स्ट्रेन सहित अन्य किसी भी वेरिएंट से 'बदतर' होने की क्षमता रखता है. हालांकि, वैज्ञानिकों ने मेलऑनलाइन को बताया कि इसकी अभूतपूर्व संख्या में म्यूटेंट इसके खिलाफ काम कर सकते हैं और इसे 'अस्थिर' बना सकते हैं, जिससे इसे व्यापक होने से रोका जा सकता है. फ़िलहाल कई देश इसके प्रभावों का अध्ययन कर रहे हैं.
अफ्रीकी देशों पर प्रतिबंध!
दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के एक नए वेरिएंट का पता चलने के बाद इजरायल ने 7 अफ्रीकी देशों के यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. इजरायल सरकार ने दक्षिण अफ्रीका, लेसोथो, बोत्सवाना, जि़म्बाब्वे, मोजाम्बिक, नामीबिया और इस्वातिनी को रेड देशों की सूची में डाल दिया है. यानी देशों के लोग इजरायल में प्रवेश नहीं कर पाएंगे.
यूके में अब तक कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन पिछले 10 दिनों में दक्षिण अफ्रीका से लौटे सभी लोगों से संपर्क किया जा रहा है और परीक्षण करवाया जा रहा है. इस खतरे को देखते हुए दक्षिण अफ्रीका और पांच अन्य देशों से उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान जल्द किये जाने की संभावना है. यूके के स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद ने नए 'सबसे खराब' सुपर-म्यूटेंट कोविड वैरिएंट पर चेतावनी देते हुए कहा है कि यह वैक्सीन को कम से कम 40 प्रतिशत कम प्रभावी बना देगा.