नयी दिल्ली, 23 जुलाई जाने-माने उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही अप्रैल-जून में 7 प्रतिशत घटकर 12,273 करोड़ रुपये रहा। तेल से रसायन, दूरसंचार और रिलायंस जियो के अच्छे प्रदर्शन के बावजूद खर्च बढ़ने से कंपनी का लाभ घटा है।
कंपनी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2020-21 की इसी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 13,233 करोड़ रुपये था।
कंपनी की परिचालन आय आलोच्य तिमाही में बढ़कर 1,44,372 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 91,238 करोड़ रुपये थी।
कंपनी का कर समेत खर्च 50 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 1.31 लाख करोड़ रुपये रहा। इसमें कर व्यय 3,464 करोड़ रुपये रहा। इससे तेल-रसायन, दूरसंचार और खुदरा कारोबार के अच्छे प्रदर्शन का असर जाता रहा।
कंपनी का परिणाम बताता है कि कोविड-19 महामारी का परिचालन और वित्तीय प्रदर्शन कम प्रभाव पड़ा।
कंपनी की आधी कर पूर्व आय (ईबीआईटीडीए) परंपरागत तेल रिफाइनिंग और पेट्रोरसायन तथा गैस कारोबार से आयी। उपभोक्ताओं से जुड़े कारोबार का योगदान 44 प्रतिशत रहा।
तेल-रसायन कारोबार का कर पूर्व परिचालन लाभ बेहतर रिफाइनिंग और पेट्रोरसायन मार्जिन से बढ़ा। यह 50 प्रतिशत बढ़कर 12,231 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी की डिजिटल और दूरसंचार इकाई जियो प्लेटफार्म्स का शुद्ध लाभ अप्रैल-जून, 2021 तिमाही में 45 प्रतिशत उछलकर 3,651 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने शुद्ध रूप से इस दौरान 4.2 नये ग्राहक जोड़े।
दूरसंचार ग्राहकों की संख्या 44 करोड़ रही और उसका प्रति ग्राहक आय 138.4 रुपये महीना पर स्थिर रही।
कंपनी का किराना कारोबार मजबूत बना रहा और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स तथा फैशन क्षेत्र में मजबूत वृद्धि हुई है। खुदरा क्षेत्र में शुद्ध लाभ दोगुना से अधिक होकर 962 करोड़ रुपये रहा। लाभ बढ़ने का कारण पिछले साल का तुलनात्मक आधार कमजोर होना है। पिछले साल कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिये देशव्यापी ‘लॉकडाउन’ लगाया गया था। इससे आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई थी।
कंपनी ने जून 2021 तिमाही में 12 नई दुकानें खोली और इससे स्टोर की संख्या बढ़कर 12,803 हो गयी।
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