US Capitol Violence: अमेरिकी संसद में ट्रंप समर्थकों का खूनी प्रदर्शन, हिंसा में 4 की मौत, नेशनल गार्ड तैनात
अमेरिकी कैपिटोल में हंगामा (Photo Credits: Twitter)

वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के समर्थकों द्वारा बुधवार को अमेरिकी कैपिटोल (Capitol) पर धावा बोला गया. सुरक्षा में सेंध लगाते हुए प्रदर्शन के दौरान हथियारबंद ट्रंप समर्थक यूएस कैपिटल बिल्डिंग में घुस गए. इस हिंसक प्रदर्शन में चार लोगों की मौत होने की खबर मिली है. जबकि हालात को काबू करने के लिए कैपिटोल परिसर में नेशनल गार्ड की तैनाती की गई है. वॉशिगटन डीसी (Washington DC) के महापौर ने कर्फ्यू लगा दिया है. मतों को खारिज करने की ट्रंप की मांग मानने से पेंस ने किया इनकार

मिली जानकारी अमेरिकी सांसदों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों के विरोध के बीच राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडेन की जीत की पुष्टि करने के लिए बुधवार को बैठक बुलाई थी. कांग्रेस के संयुक्त सत्र में चुनावी कॉलेज के वोटों की गिनती और जीत की पुष्टि की जाएगी. इसके मद्देनजर ट्रंप समर्थकों ने अपनी हार के प्रमाण के खिलाफ रैली के लिए वाशिंगटन डीसी में इकट्ठा होना शुरू कर दिया. इसके बाद ट्रंप समर्थकों ने कैपिटोल के बाहर खूब हंगामा किया और ट्रंप के समर्थक में जमकर नारेबाजी की.

इस दौरान प्रदर्शनकारी कैपिटोल बिल्डिंग में घुसते नजर आए. जिसके बाद वॉशिंगटन डीसी में नेशनल गार्ड तैनात किये गए. इस हंगामे के दौरान एक महिला की गोली लगने से मौत हो गई. जबकि तीन अन्य भी हिंसा में मारे गए है.

कैपिटोल बिल्डिंग पर समर्थकों ने कब्जा कर लिया था और वहां से धुआं निकल रहा था. बताया जा रहा है कि हजारों दंगाइयों ने पुलिस को मुश्किल में डाल दिया और सारे बैरियर्स हटाते हुए इमारत के अंदर पहुंच गए. दंगाई सीनेट कक्ष तक पहुंच गए वहां से उप-राष्ट्रपति को सुरक्षाकर्मियों ने बाहर निकाला. वहीं दंगाइयों को सीनेट प्रेसिडेंट की कुर्सी पर बैठे, ट्रंप के झंडे और तख्तियों के साथ पूरे कमरे में घूमते देखा गया.

इस पूरे हंगामे को देखते हुए बाइडेन ने मांग की कि ट्रंप राष्ट्रीय टेलीविजन पर आएं और अपने समर्थकों से कैपिटल की घेराबंदी खत्म करने और यहां से वापस जाने के लिए कहें. जबकि इस हंगामे पर हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि आतंकवादियों ने लोकतंत्र की नींव पर किया हमला है.

वहीं अमेरिकी संसद में हिंसक प्रदर्शन पर दुनियाभर के कई नेताओं ने चिंता व्यक्त की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा "वाशिंगटन डीसी में दंगे और हिंसा की खबरें देखकर दुखी हूं. व्यवस्थित और शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता का हस्तांतरण जारी रहना चाहिए. लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैरकानूनी विरोध के माध्यम से विकृत नहीं होने दिया जा सकता है. जबकि कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने अमेरिकी लोकतंत्र पर हुए इस हमले पर चिंता जाहिर की है.