![Israel strikes on Iran: इजरायल का ईरान पर भीषण हमला, 100 वॉर प्लेन से सैन्य ठिकानों पर बमबारी, देखें हमले का वीडियो Israel strikes on Iran: इजरायल का ईरान पर भीषण हमला, 100 वॉर प्लेन से सैन्य ठिकानों पर बमबारी, देखें हमले का वीडियो](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2024/10/Punjab-Diwali-Bumper-Lottery-2024-5-15-11-1-11-15-380x214.jpg)
Israel Attack on Iran: शनिवार तड़के इजरायल ने ईरान पर एक बड़ा और सुनियोजित हमला किया, जिसमें 100 से अधिक लड़ाकू विमानों ने भाग लिया. इस हमले में इजरायली सेना ने ईरान के सैन्य ठिकानों और राजधानी तेहरान समेत कई महत्वपूर्ण शहरों को निशाना बनाया. माना जा रहा है कि यह कार्रवाई ईरान द्वारा 1 अक्टूबर को किए गए हमलों के जवाब में की गई है.
एफ-35 फाइटर जेट्स ने मचाई तबाही
यरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने 2000 किमी दूर से एफ-35 फाइटर जेट्स का इस्तेमाल करते हुए यह हमला किया. ये अत्याधुनिक विमान अपने सटीक लक्ष्य भेदन के लिए प्रसिद्ध हैं और उन्होंने ईरान के कई सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया. एक अमेरिकी अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि इस ऑपरेशन की जानकारी पहले से अमेरिका को थी, लेकिन वह इसमें प्रत्यक्ष रूप से शामिल नहीं हुआ.
In response to months of continuous attacks from the regime in Iran against the State of Israel—right now the Israel Defense Forces is conducting precise strikes on military targets in Iran.
The regime in Iran and its proxies in the region have been relentlessly attacking… pic.twitter.com/OcHUy7nQvN
— Israel Defense Forces (@IDF) October 25, 2024
केवल सैन्य ठिकानों को बनाया निशाना
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि उनके हमले का उद्देश्य केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना है, न कि ईरान के परमाणु संयंत्र या तेल क्षेत्रों को. इजरायली सेना का फोकस उन ठिकानों पर है, जो अतीत में उनके लिए खतरा बने थे या भविष्य में बन सकते हैं.
BREAKING: Over a hundred Israeli military aircraft are involved in strikes against Iran
— The Spectator Index (@spectatorindex) October 26, 2024
ईरान के शहरों में दहशत का माहौल
ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी IRNA ने बताया कि तेहरान के केंद्रीय इलाके में गोलाबारी की आवाजें सुनी जा रही हैं. ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के मुख्यालय के पास भी धमाके की खबरें हैं. इसके अलावा, पड़ोसी देशों इराक, सीरिया और लेबनान में भी धमाकों की आवाजें सुनाई दी हैं. इराक ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी हवाई अड्डों से उड़ानें अगली सूचना तक निलंबित कर दी हैं.
इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और आईडीएफ चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ लेफ़्टिनेंट जनरल हर्ज़ी हलेवी तेल अवीव स्थित सेना के कमांड और नियंत्रण कक्ष में ईरान पर किए हमलों पर नज़र रखते हुए #Israel #Iran #TehranExplosion #TelAviv #BenjaminNetanyahu pic.twitter.com/NEadqkYYzI
— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) October 26, 2024
ईरान भी आज ही कर सकता है हमला
ईरानी समाचार एजेंसी के अनुसार अधिकारी आज रात के हमले का जवाब देने की तैयारी कर रहे हैं.
BREAKING: Iranian news agency reports officials are preparing a response to tonight’s attack.
— The Spectator Index (@spectatorindex) October 26, 2024
बाइडेन प्रशासन की प्रतिक्रिया
अमेरिकी प्रशासन ने इस हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उसे इजरायल की योजना की पहले से जानकारी थी, और वह स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है. हालांकि, अमेरिका ने इजरायल को कुछ संवेदनशील ठिकानों पर हमला न करने की सलाह दी है.
⚡️⭕️Wave 2 ongoing -
Al-Mayadeen sources:
Air defenses succeeded in dealing with hostile targets in eastern Tehran province pic.twitter.com/3ACokHbGGu
— Middle East Observer (@ME_Observer_) October 26, 2024
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ता तनाव
ईरान और इजरायल के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा है, लेकिन हाल के हमलों ने इस टकराव को और अधिक गंभीर बना दिया है. विशेषज्ञों का मानना है कि इस हमले से दोनों देशों के बीच संघर्ष और बढ़ सकता है, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता पर भी नकारात्मक असर पड़ेगा.
इजरायल का यह हमला मध्य पूर्व में एक नई जटिल स्थिति पैदा कर सकता है. दोनों देशों के बीच पहले से मौजूद तनाव अब और अधिक गंभीर रूप ले सकता है. आने वाले समय में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस कार्रवाई पर ईरान की क्या प्रतिक्रिया होती है और क्षेत्रीय स्थिरता को कैसे प्रभावित किया जा सकता है.
यह संघर्ष न केवल दोनों देशों के बीच टकराव का प्रतीक है, बल्कि पूरे क्षेत्र पर इसके दीर्घकालिक प्रभाव हो सकते हैं. अब सभी की नजरें आने वाले दिनों पर टिकी हैं कि क्या यह हमला किसी बड़े युद्ध का रूप लेगा, या दोनों पक्ष कूटनीतिक समाधान की दिशा में कदम बढ़ाएंगे.