इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमले की तैयारी कर रहा ईरान, मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के बीच US की वॉर्निंग
Representational Image | PTI

इजरायल-लेबनान युद्ध के बीच ईरान बैलिस्टिक मिसाइल हमले की तैयारी कर रहा है. अमेरिकी इंटेलिजेंस का कहना है कि ईरान कभी भी इजरायल पर मिसाइल अटैक कर सकता है. एक वरिष्ठ व्हाइट हाउस अधिकारी ने स्पष्ट किया कि अमेरिका के पास इसके संकेत हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका के एक अधिकारी ने खुलासा किया है कि ईरान इजरायल पर एक बड़ा बैलिस्टिक मिसाइल हमला करने की योजना बना रहा है. इजरायली पीएम नेतन्याहू ने इस बीच एकजुट रहने की अपील की है. यह खबर तब सामने आई जब इजरायल ने लेबनान में ईरान समर्थित समूह हिजबुल्लाह पर हवाई हमला किया, जिसमें हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत हो गई.

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ईरान ने हिजबुल्लाह के नेता नसरल्लाह की मौत पर इजरायल को चेतावनी दी है कि इससे इजरायल की 'तबाही' हो जाएगी. हालांकि, ईरान के विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि वह इस मामले में सीधे सैनिक नहीं भेजेगा. इस चेतावनी से क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है. बता दें कि इससे पहले इजरायल ने लेबनान के ऊपर जमीनी बोल दिया है. इजरायली सैनिक सोमवार की रात टैंकों के साथ दक्षिणी लेबनान में घुस गए और हिजबुल्लाह के खिलाफ अभियान चला रहे है.

अमेरिका की वार्निंग

इजरायल में संयुक्त राज्य अमेरिका के दूतावास ने अभी-अभी एक बयान जारी किया है, जिसमें सभी अमेरिकी “सरकारी कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को अगले आदेश तक सुरक्षित स्थान पर रहने” का निर्देश दिया गया है. यह सुरक्षा अलर्ट व्हाइट हाउस के एक अधिकारी द्वारा यह कहे जाने के बाद आया है कि अमेरिका को संकेत मिले हैं कि ईरान इजरायल के खिलाफ बैलिस्टिक मिसाइल हमला करने की तैयारी कर रहा है.

क्या है बैलिस्टिक मिसाइल हमला?

बैलिस्टिक मिसाइल एक प्रकार का हथियार होता है जो दूर तक निशाना साध सकता है. इसे जमीन से लॉन्च किया जाता है और यह हवा में ऊंचाई पर जाकर लक्ष्य पर तेजी से गिरता है. इस तरह के हमले से भारी नुकसान हो सकता है, खासकर जब यह किसी देश के सैन्य ठिकानों या नागरिक आबादी को निशाना बनाता है.

संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया है और इजरायल को बचाव में मदद कर रहा है. अमेरिका ने पहले भी ईरान के ड्रोन और मिसाइल हमलों का जवाब दिया था, जब ईरान ने इजरायल के एक हमले के बदले में प्रतिक्रिया दी थी.

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इजरायल की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई है. उन्होंने कहा है कि अमेरिका इजरायल को हर तरह से समर्थन देगा. इसके साथ ही, अमेरिका ने अपने सैन्य बलों को मध्य पूर्व में बढ़ा दिया है और इजरायल की रक्षा के लिए अतिरिक्त सैनिक और लड़ाकू विमान भेजे हैं.

मध्य पूर्व में बढ़ता तनाव

ईरान और इजरायल के बीच यह तनाव सिर्फ इन दो देशों तक सीमित नहीं है. इससे पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में युद्ध का खतरा मंडरा रहा है. हिजबुल्लाह और हमास, जो दोनों ईरान के समर्थक हैं, पहले ही इजरायल के खिलाफ हमले कर चुके हैं. यदि ईरान इजरायल पर मिसाइल हमला करता है, तो यह संघर्ष एक बड़े क्षेत्रीय युद्ध में बदल सकता है.