J-10C Fighter Aircraft: चीनी मीडिया का दावा- पाकिस्तान के रक्षा उद्योग को अपग्रेड करेंगे जे-10सी लड़ाकू विमान
जे-10सी लड़ाकू विमान (Photo Credits: Twitter)

नई दिल्ली:  सोशल मीडिया (Social Media) पर हाल ही में पाकिस्तान वायु सेना (Pakistan Air Force) के चिन्ह वाले जे-10सी लड़ाकू विमानों (J-10C Fighter Aircraft) की तस्वीरें सामने आने से उस व्यापक रूप से प्रसारित चर्चा की पुष्टि हुई है, जिसमें कहा गया था कि पाकिस्तान (Pakistan) ने चीन (China) को उन्नत (एडवांस्ड) जे-10सी लड़ाकू विमानों का ऑर्डर दिया है. चीन की सरकारी मीडिया (Government Media) ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी. Pakistan: पीएम इमरान खान का बड़ा बयान, कहा- अमेरिका ने हमेशा पाकिस्तान का इस्तेमाल किया, चीन समय की कसौटी पर खरा उतरा

ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि पाकिस्तान द्वारा जे-10सी जेट की खरीद के बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, पाकिस्तानी आंतरिक मंत्री शेख रशीद अहमद ने पिछले साल के अंत में घोषणा की थी कि पाकिस्तानी वायु सेना 23 मार्च को पाकिस्तान के गणतंत्र दिवस परेड के दौरान चीन से आयात किए जाने वाले 25 जे-10सी फाइटर जेट्स का उपयोग करके एक फ्लाई-पास्ट करेगी.

अप्रत्याशित रूप से, मीडिया का अधिकांश ध्यान इस बात पर केंद्रित है कि सुपरसोनिक जेट के नवीनतम अधिग्रहण से पाकिस्तान की सैन्य और राष्ट्रीय रक्षा को कैसे बढ़ावा मिल सकता है. हालांकि यह अज्ञात है कि जे-10सी सौदे में आपूर्ति श्रृंखला हस्तांतरण (सप्लाई चेन ट्रांसफर) या सहयोग के अन्य क्षेत्र शामिल होंगे या नहीं, जेट के उपयोग और रखरखाव में पाकिस्तान के रक्षा उद्योग के उन्नयन (अपग्रेड) में तेजी लाने की क्षमता होगी.

ग्लोबल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में आगे कहा कि जब हल्की लड़ाकू परियोजना (लाइट फाइटर प्रोजेक्ट) के संयुक्त विकास और निर्माण की बात आती है तो चीन और पाकिस्तान के बीच सहयोग का एक लंबा इतिहास रहा है. वास्तव में, जेएफ-17 थंडर, जिसे एफसी-1 शियालोंग के रूप में भी जाना जाता है, जिसे संयुक्त रूप से पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स और चीन के चेंगदू एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री ग्रुप द्वारा विकसित किया गया था, पहले से ही एक अच्छा उदाहरण बन गया है कि कैसे दो मित्र देशों के बीच रक्षा सहयोग ने पाकिस्तान में विनिर्माण शक्ति को बढ़ाया है.

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीनी साथियों के साथ वर्षों की अनुसंधान और विकास साझेदारी (रिसर्च एंड डेवलपमेंट पार्टनरशिप) के बाद, पाकिस्तान के विमानन उद्योग ने काफी सुधार दर्ज किया है. अब पाकिस्तान के पास शियाओलोंग लड़ाकू विमान का स्वतंत्र रूप से निर्माण करने की क्षमता है, जो विकासशील देशों में असामान्य है.