UPI Payment Scam: एक चूक और बैंक अकाउंट हो जाएगा खाली, यूपीआई फ्रॉड से बचना है तो ध्यान में रखें ये बातें
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UPI Scam: देश में पिछले कुछ सालों से जिस पेमेंट मेथड का सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है वह यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI. UPI का इस्तेमाल देश के कोने-कोने में हो रहा है. गांव को या शहर मॉल हो या छोटी दुकानें हर जगह UPI का इस्तेमाल होता है. यूं कहें कि जिसके पास स्मार्टफोन है वह UPI इस्तेमाल कर रहा है. UPI से पैसे ट्रांसफर करना, बिल पेमेंट बेहद आसान है. UPI जितना पॉपुलर है, उतने ही इससे जुड़े स्कैम भी बढ़ रहे हैं. अधिकांश लोगों को यह नहीं पता है कि अगर UPI का उपयोग सावधानी से नहीं किया गया तो आपकी मेहनत की कमाई आपके अकाउंट से चली जाएगी. Online Fraud Safety Tips: ऑनलाइन फ्रॉड से बचना है तो ध्यान दें! कभी न करें ये गलतियां.

ऐसे जोखिमों से बचाव के लिए, उपयोगकर्ताओं को नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा प्रदान किए गए यूपीआई सेफ्टी शील्ड टिप्स का पालन करने की सलाह दी जाती है.

यहां हम आपको आइए UPI के कुछ स्कैम के बारे में जानते हैं और इनके बचने के तरीके भी जानेंगे.

यूपीआई पिन का इस्तेमाल सावधानी से करें

यूपीआई पिन का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें. यूजर्स को ध्यान देना चाहिए कि UPI पिन की आवश्यकता केवल ऑनलाइन लेनदेन करते समय होती है. राशि प्राप्त होने पर UPI पिन की कोई आवश्यकता नहीं है. आजकल धोखेबाज यूपीआई पर कुछ राशि भेजकर आपको धोखा देते हैं उस शख्स से यूपीआई पिन का अनुरोध करते हैं. ऐसे में अगर आप पिन दर्ज करते हैं, तो स्कैमर्स आसानी से आपके यूपीआई खाते को हैक कर सकते हैं, और पैसे चुरा सकते हैं. अपना यूपीआई पिन किसी को न बताएं और न ही किसी अन्य लिंक पर अपना UPI पिन डालें.

प्राप्तकर्ता को सत्यापित करें

यूपीआई भुगतान करते समय प्राप्तकर्ता को जरूर वेरीफाई करें. ध्यान दें कि आप किसे पैसे ट्रांसफर कर रहे हैं. यूपीआई घोटालों से बचने के लिए, प्राप्तकर्ता के उचित सत्यापन के बिना भुगतान करने से बचें.

क्यूआर कोड स्कैनिंग

क्यूआर कोड स्कैनिंग केवल ऑनलाइन यूपीआई लेनदेन करते समय आवश्यक है. हमेशा याद रखें कि क्यूआर कोड स्कैनिंग केवल भुगतान करने के लिए है, पैसे प्राप्त करने के लिए नहीं।.आगे बढ़ने से पहले लेनदेन की वैधता सुनिश्चित करें. भुगतान प्राप्त करते समय कोई भी क्यूआर कोड दर्ज न करें. इस तरह हैकर्स आपने यूपीआई अकाउंट को हैक कर सकते हैं.

यूपीआई आईडी शेयर न करें

ऑनलाइन यूपीआई धोखाधड़ी को रोकने के लिए, उपयोगकर्ताओं को अपनी यूपीआई आईडी को अधिक से अधिक लोगों से निजी रखना चाहिए. UPI आईडी केवल विश्वसनीय व्यक्तियों के साथ साझा करें.

यूपीआई पेमेंट के लिए सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग करने से बचें

यूपीआई घोटालों और धोखाधड़ी से बचने के लिए सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग करने से बचें. पब्लिक वाई-फाई पर पासवर्ड डालना सुरक्षित नहीं हैं. यूपीआई भुगतान के दौरान अपने मोबाइल इंटरनेट या व्यक्तिगत वाई-फाई का ही उपयोग करें.

अपने UPI अकाउंट को सुरक्षित करें

अपने UPI अकाउंट को डबल पासवर्ड द्वारा सिक्योर रखें. इस पासवर्ड को किसी के साथ साझा न करें. किसी भी कीमत पर किसी के साथ यूपीआई पिन, ओटीपी या बैंक की जानकारी शेयर ना करें. किसी अनजान लिंक्स पर क्लिक ना करें और किसी भी फर्जी ऐप को इंस्टॉल ना करें.

संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें

हमेशा संदिग्ध लिंक की पहचान करें. कभी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें क्योंकि घोटालेबाज अक्सर व्यक्तिगत जानकारी हासिल करने के लिए बैंक या प्राधिकरण के रूप में खुद को पेश करते हैं और एक मैसेज या ईमेल में एक लिंक दिया जाता है और शख्स से अपना खाता क्रमांक और दूसरा ब्योरा अपडेट करने के लिए कहा जाता है. फर्जी वेबसाइट पर पैन, आधार क्रमांक और बैंक खाते के विवरण जैसी निजी जानकारी भरने के लिए कहा जाता है. ऐसे लिंक से सावधान रहें.

अपने यूपीआई अकाउंट पर नजर रखें

यूपीआई के माध्यम से किए गए लेनदेन के बारे में सतर्क रहें. अपने यूपीआई लेनदेन की नियमित रूप से जांच करें और किसी भी अनधिकृत या संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करें. अगर आपको यूपीआई घोटाले का संदेह हो तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें.