
UPI Transaction: नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (National Payments Corporation of India) यानी एनपीसीआई (NPCI) ने घोषणा की है कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (Unified Payments Interface) यानी यूपीआई (UPI) लेनदेन आईडी में अब 1 फरवरी से विशेष वर्ण (Special Characters) शामिल करने की अनुमति नहीं होगी. ऐसे विशेष वर्णों वाला कोई भी लेनदेन केंद्रीय प्रणाली द्वारा स्वचालित रूप से अस्वीकार कर दिया जाएगा. यह भी पढ़ें: 1 जनवरी 2025 से UPI में बड़ा बदलाव, बिना इंटरनेट के होगा ट्रांजेक्शन, नए साल पर RBI ने बढ़ाई लिमिट
यह घोषणा यूपीआई लेनदेन आईडी बनाने की प्रक्रिया को मानकीकृत करने के लिए की गई थी. एनपीसीआई ने सभी भुगतान सेवा प्रदाताओं से अनुपालन सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया. 9 जनवरी के एक सर्कुलर में, एनपीसीआई ने सभी भुगतान कंपनियों को लेनदेन आईडी के लिए केवल अल्फान्यूमेरिक वर्णों (Alphanumeric Characters) का उपयोग करने का निर्देश दिया.
एनपीसीआई की आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि 28 मार्च, 2024 के हमारे ओसी 193 से संदर्भ लिया जा सकता है, जिसमें यूपीआई इकोसिस्टम खिलाड़ियों को यूपीआई लेनदेन आईडी बनाने के लिए केवल अल्फान्यूमेरिक वर्णों का उपयोग करने की सलाह दी गई थी. यह यूपीआई तकनीकी विशिष्टताओं का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए है. यह भी पढ़ें: UPI Transaction: जनवरी-नवंबर में 223 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 15,547 करोड़ यूपीआई ट्रांजैक्शन हुए
इंडिया टीवी ने एनपीसीआई डेटा का हवाला देते हुए बताया कि दिसंबर 2024 में ऐसे यूपीआई लेनदेन की संख्या 16.73 बिलियन तक पहुंच गई, जो नवंबर में 15.48 बिलियन से 8% अधिक है. इन लेनदेन का कुल मूल्य भी दिसंबर में ₹23.25 लाख करोड़ तक पहुंच गया, जबकि नवंबर में यह ₹21.55 लाख करोड़ था.