नई दिल्ली, 14 दिसंबर : वित्त मंत्रालय द्वारा शनिवार को दी गई जानकारी के अनुसार, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) ने इस साल जनवरी से नवंबर तक 223 लाख करोड़ रुपये के 15,547 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शन हासिल किए हैं. वित्त मंत्रालय ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से एक पोस्ट के जरिए डिजिटल पेमेंट की क्रांति को लेकर यूपीआई से जुड़ा डेटा शेयर किया.
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) द्वारा यूपीआई को 2016 में लॉन्च किया गया था. यूपीआई के साथ कई बैंक खातों को एक ही मोबाइल एप्लिकेशन में इंटीग्रेट कर ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा मिलती है. यह भी पढ़ें : AI चैटबॉट की खतरनाक सलाह! माता-पिता की हत्या के लिए लड़के को उकसाया, Google और Character.ai के खिलाफ केस दर्ज
इससे पहले वित्त मंत्रालय द्वारा जानकारी दी गई थी कि वित्त वर्ष 2025 के पहले 7 महीनों में रुपये क्रेडिट कार्ड पर यूपीआई के जरिए ट्रांजैक्शन वित्त वर्ष 2024 की समान अवधि की तुलना में लगभग दोगुना हो गया है. इस साल अप्रैल से अक्टूबर तक 63,825.8 करोड़ रुपये की राशि के 750 मिलियन से अधिक यूपीआई रुपये क्रेडिट कार्ड से ट्रांजैक्शन हुए. वहीं, वित्त वर्ष 2024 में, यूपीआई रुपये क्रेडिट कार्ड से ट्रांजैक्शन की संख्या 362.8 मिलियन थी, जिनका कुल मूल्य 33,439.24 करोड़ रुपये था.
रुपये क्रेडिट कार्ड पर यूपीआई ट्रांजैक्शन की सुविधा को सरकार ने सितंबर 2022 में शुरू किया था. रुपये क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स यूपीआई ऐप की मदद से अपने ट्रांजैक्शन कार्ड के जरिए कर सकते हैं. यूपीआई की सफलता को लेकर इससे पहले सरकार की ओर से अक्टूबर और नवंबर के आंकड़े भी जारी किए गए थे.
अक्टूबर 2024 में 16.58 अरब ट्रांजैक्शन और 23.50 लाख करोड़ रुपये के मूल्य रिकॉर्ड के उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद, नवंबर में यूपीआई ट्रांजैक्शन की संख्या सालाना आधार पर 38 प्रतिशत वृद्धि के साथ 15.48 अरब रही, जिसका मूल्य सालाना आधार पर 24 प्रतिशत वृद्धि के साथ 21.55 लाख करोड़ रुपये रहा