ISRO chief K Sivan: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चीफ के. सिवन नए साल के मौके पर बुधवार को मीडिया से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने ISRO के भविष्य के प्लान के बारे में बताया. उन्होंने कहा की केंद्र सरकार ने चंद्रयान-3 प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है और इस पर काम भी शुरू हो चुका है. चंद्रयान-3 चंद्रयान-2 जैसा ही होगा. उन्होंने यह भी बताया कि तमिलनाडु के थुथुकुडी में नया स्पेस पोर्ट बनेगा जिसके लिए भूमि अधिग्रहण का काम चल रहा है.
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा की चंद्रयान-3 प्रोजेक्ट में ऑर्बिटर नहीं भेजेंगे, क्योंकि चंद्रयान-2 बहुत अच्छा काम कर रहा है. यह अभी सात साल तक काम करता रहेगा. चंद्रयान-3 में इसीके कि मदद ली जाएगी.
ISRO chief K Sivan: We have made good progress on Chandrayan-2, even though we could not land successfully, the orbiter is still functioning, its going to function for the next 7 years to produce science data pic.twitter.com/6tw683HTnk
— ANI (@ANI) January 1, 2020
बता दें कि केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को कहा था कि भारत 2020 में चंद्रयान-3 को लौंच करेगा. उन्होंने कहा कि इस अभियान पर चंद्रयान-2 से भी कम लागत आएगी. सिंह ने कहा, ‘‘हां, लैंडर एवं रोवर मिशन के 2020 में होने की बहुत संभावना है. हालांकि, जैसा कि मैंने पहले भी कहा है कि चंद्रयान-2 मिशन को नाकाम नहीं कहा जा सकता क्योंकि हमने इससे काफी कुछ सीखा है.
उन्होंने यह भी कहा कि चंद्रयान-2 से मिले अनुभव और उपलब्ध बुनियादी ढांचा चंद्रयान-3 की लागत को घटाएगा.