Vishva Hindi Diwas 2024: अंग्रेजी, और चीन में प्रचलित मैंड्रेन भाषा के बाद विश्व की तीसरी सबसे ज्यादा बोली व समझी जाने वाली भाषा हिंदी है. वर्ल्ड लैंग्वेज डेटाबेस के अनुसार वर्तमान में 61 करोड़ लोग हिंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं. भारत के अलावा पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, मॉरीशस आदि देशों में हिंदी भाषा का इस्तेमाल भारी तादाद में किया जाता है. हिंदी को जन-जन की भाषा बनाने के प्रयास स्वरूप प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है. इस विशेष अवसर पर हम जानेंगे, विश्व हिंदी दिवस के इतिहास, देश दुनिया में हिंदी के प्रति बढ़ते आचरण एवं भाषाई लोकप्रियता आदि पर कुछ रोचक बातें
विश्व हिंदी दिवस का इतिहास
10 जनवरी 1975 को नागपुर में पहली बार प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इसी बात को ध्यान में रखकर भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने साल 2006 को घोषणा की कि प्रत्येक वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाएगा. इस अवसर पर 30 देशों के 122 प्रतिनिधि उपस्थित थे. इसके पीछे मुख्य उद्देश्य था, हिंदी की वर्तमान स्थिति के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसे विश्व भाषा के रूप में प्रदर्शित करना था. यह दिवस विश्व में स्थिति विभिन्न भारतीय दूतावास द्वारा भी मनाया जाता है. यह भी पढ़ें : Savitribai Phule Jayanti 2024 Quotes in Marathi: सावित्रीबाई फुले जयंती पर अपनों संग शेयर करें देश की पहली महिला शिक्षिका के ये अनमोल विचार
विश्व हिंदी दिवस का महत्व
हिंदी भाषा के महत्व को दुनिया भर में प्रमोट करने के लिए 10 दिसंबर को विश्व हिंदी दिवस आयोजित किया जाता है. इस तरह के आयोजनों से हिंदी का प्रसारण और महत्व कई गुना बढ़ा है. इस अवसर पर देश-विदेश में विभिन्न कार्यक्रम और समारोह आयोजित किए जाते हैं, जिनमें हिंदी भाषा के महत्व को बढ़ावा देने और दुनिया भर के लोगों को हिन्दी के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया जाता है. इस दिवस के माध्यम से लोगों के यह संदेश मिलता है कि हिंदी भाषा का महत्व विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त कर चुका है और इसका महत्व भारतीय संस्कृति, साहित्य, और समृद्धि के लिए कितना महत्वपूर्ण है. विश्व हिंदी दिवस के माध्यम से हम सभी को हिंदी भाषा के प्रति समर्थन, समर्पण और स्नेह का इजहार करने का अवसर मिलता है.
विश्व हिंदी दिवस के महत्वपूर्ण तथ्य
* साल 2006 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाने की घोषणा की.
* भारी तादाद में हिंदी बोलने वाले देशों में नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, जर्मनी, न्यूजीलैंड, गुयाना, युगांडा, सूरीनाम, मॉरीशस, त्रिनिदाद, और दक्षिण अफ्रीका प्रमुख हैं.
* 10 जनवरी 1975 नागपुर में विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन हुआ, जिसमें 30 देशों के 122 प्रतिनिधि उपस्थित हुए थे.
* साल 2017 में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी बच्चा, बड़ा दिन, अच्छा, सूर्य नमस्कार जैसे शब्द जोड़े गए हैं. इससे हिंदी की लोकप्रियता का अहसास किया जा सकता है.
* 1977 में बतौर विदेश मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में पहली बार हिंदी में भाषण देकर लोगों का दिल जीत लिया था. उनके हिंदी में दिया भाषण यूएन में उपस्थित प्रतिनिधियों को इतना पसंद आया कि उन्होंने खड़े होकर अटलजी के लिए तालियां बजाई थीं.