UPI सेवाएं बाधित होने के बाद फिर हुई बहाल, NPCI ने कही ये बात

भारत में डिजिटल भुगतान का सबसे लोकप्रिय माध्यम यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) अभी कुछ समय के लिए बाधित हो गया था. इस दौरान लाखों उपयोगकर्ता पेमेंट ट्रांजेक्शन और फंड ट्रांसफर से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे थे. हालांकि, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने पुष्टि की है कि यह समस्या अब पूरी तरह से ठीक कर दी गई है और UPI सेवाएं फिर से सुचारु रूप से काम कर रही हैं.

NPCI ने क्या कहा?

UPI में आई इस रुकावट को लेकर NPCI ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर बयान जारी किया. उन्होंने कहा, "NPCI को कुछ तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, जिसके कारण UPI सेवाओं में आंशिक गिरावट आई थी. अब यह समस्या हल कर दी गई है और सिस्टम स्थिर हो गया है. असुविधा के लिए खेद है."

हालांकि, NPCI ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह समस्या कितनी देर तक बनी रही और इसके पीछे मुख्य कारण क्या था.

UPI सेवा बाधित होने से उपयोगकर्ताओं पर क्या असर पड़ा?

UPI सेवाओं के ठप होने का असर लाखों लोगों पर पड़ा. डाउनडिटेक्टर (Downdetector) की रिपोर्ट के अनुसार, रात 7:40 बजे से इस समस्या की शिकायतें आने लगीं, जिसमें करीब 2,750 उपयोगकर्ता प्रभावित हुए. समस्या रात 8:45 बजे के बाद धीरे-धीरे कम होने लगी.

83 फीसदी उपयोगकर्ताओं को पेमेंट ट्रांजेक्शन में परेशानी हुई. 13 फीसदी को फंड ट्रांसफर में दिक्कत आई. 4 फीसदी उपयोगकर्ताओं को ऐप से संबंधित समस्याएं हुईं.

इस दौरान SBI, HDFC, Axis Bank और Paytm के ग्राहक सबसे ज्यादा प्रभावित हुए. BHIM ऐप, जो कि NPCI द्वारा संचालित है, को इस दौरान सबसे कम समय के लिए व्यवधान झेलना पड़ा.

डिजिटल भुगतान में UPI की अहम भूमिका

आज भारत में UPI सबसे बड़ा डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म बन चुका है. यह देश में होने वाले 85 फीसदी डिजिटल लेन-देन को संभालता है और करीब 40 करोड़ उपयोगकर्ताओं को सेवा प्रदान करता है.