सप्ताह के इस एक दिन हार्ट अटैक का खतरा होता है सबसे ज्यादा, जानिए आखिर क्या है इसकी वजह
हार्ट अटैक, प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

हार्ट अटैक (Heart Attack)  एक ऐसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिसका खतरा आज की खराब जीवनशैली और खानपान की गलत आदतों (Bad Eating Habits) के कारण तेजी से बढ़ रहा है. पहले दिल की बीमारियों (Heart Disease) का खतरा 50 की उम्र के बाद ज्यादा होता था, लेकिन आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में कम उम्र में ही लोग दिल की बीमारियों के शिकार हो रहे हैं. हार्ट अटैक किसी भी उम्र के व्यक्ति को कभी भी आ सकता है, लेकिन हाल ही में हुए एक अध्ययन (Research) में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है.

इस अध्ययन से इस बात का पता चला है कि किन लोगों में और कब हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है. इसके अलावा यह बताया गया है कि सप्ताह में सोमवार (Monday) एक ऐसा दिन है जब हार्ट अटैक आने का खतरा सबसे ज्यादा होता है.

सोमवार को हार्ट अटैक का खतरा 20 फीसदी ज्यादा

इस अध्ययन के शोधकर्ताओं ने 7 सालों तक करीब 1,56,000 अस्पताल में जाकर हार्ट अटैक वाले मरीजों का डेटा इकट्ठा किया. जब इन सभी डेटाओं का अध्ययन किया गया तो यह पता चला कि इनमें से ज्यादातर दिल के मरीजों को सोमवार के दिन हार्ट अटैक आया था. बता दें कि स्वीडन के शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन किया है और यह खुलासा किया है कि सप्ताह के बाकी दिनों के मुकाबले सोमवार के दिन हार्ट अटैक का खतरा 20 फीसदी अधिक होता है. यह भी पढें: जब बॉडी में दिखने लगे ये 7 संकेत तो समझ लीजिए कि आपको आ सकता है साइलेंट हार्ट अटैक

सोमवार को हार्ट अटैक आने का कारण

इस स्टडी की रिपोर्ट में यह कहा गया है कि रविवार की छुट्टी के बाद युवाओं को सोमवार को ऑफिस जाना पड़ता है और सोमवार को वर्कलोड अधिक होता है, जिसके कारण सोमवार को हार्ट अटैक आने का खतरा भी बाकी दिनों की अपेक्षा ज्यादा होता है.

हार्ट अटैक के कारण और लक्षण

आनुवांशिकता, अत्यधिक तनाव, मोटापा, गलत खानपान, हाई ब्लड प्रेशर के चलते दिल की बीमारियां हो सकती हैं और हार्ट अटैक आ सकता है. हार्ट अटैक आने से पहले दिल के मरीजों में बहुत अधिक पसीना आना, सांस फूलना, हाथ-कंधे व कमर में दर्द, जबड़ों में तेज दर्द, मितली या उल्टी, अधिक थकान महसूस होना जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं.

गौरतलब है कि दिल की बीमारियों और हार्ट अटैक के खतरे से बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं. पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स खाएं, शारीरिक रूप से सक्रिय रहें,  व्यायाम और योग की मदद लें. इसके साथ ही सिगरेट और शराब के अत्यधिक सेवन से बचें.

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसमें दी गई जानकारियों को किसी बीमारी के इलाज या चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए. इस लेख में बताए गए टिप्स  पूरी तरह से कारगर होंगे या नहीं इसका हम कोई दावा नहीं करते है, इसलिए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.